केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी पहुंचे अस्पताल, संजय मांझी का जाना हालचाल, बदमाशों ने काट दिए थे हाथ

गया के टिकारी के चिरैला निवासी संजय का बदमाशों ने हाथ काट दिया था. शनिवार को केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी उसका हालचाल जानने एएनएमएमसीएच पहुंचे.

By Anand Shekhar | June 15, 2024 7:32 PM

बिहार के गया जिले के टिकारी के चिरैला के एक महादलित परिवार के सदस्य संजय मांझी का हाथ काटने की घटना के बाद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी शनिवार को पीड़ित को देखने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (ANMMCH) पहुंचे. जहां उन्होंने मरीज का हालचाल और घटना की पूरी जानकारी ली. उन्होंने पीड़ित के परिजनों को शीघ्र न्याय दिलाने का भी भरोसा दिलाया.

न्याय दिलाने का दिया भरोसा

जीतन राम मांझी ने इस दौरान कहा कि दबंगई दिखाकर किसी कमजोर व्यक्ति या किसी अन्य व्यक्ति का हाथ काट देने की घटना सभ्य समाज में स्वीकार नहीं की जा सकती है. टिकारी के चिरैला में इस तरह की घटना को अंजाम देकर लोग कानून के शिकंजे से बच नहीं सकते. इस मामले में पीड़ित परिवार को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा.

कानून करेगी अपना काम : मांझी

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीड़ित को न्याय दिलाने के साथ अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए वरीय पुलिस अधिकारी को बोल दिया गया है. हर किसी को समाज में इज्जत पूर्वक रहने का हक है. इनके हकमारी करने वालों पर कानून अपना काम करेगी. परिवार में संजय ही एकमात्र कमाने वाला व्यक्ति था.

जीतन राम मांझी ने कहा कि आपराधिक तत्वों ने संजय मांझी का एक हाथ पूरी तरह से काट दिया है और दूसरे को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया है. इसके इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए. अधीक्षक इसके इलाज पर निगरानी रखेंगे. मंत्री ने कहा कि पीड़ित को राज्य सरकार से मिलने वाला मुआवजा तुरंत ही अधिकारी उपलब्ध कराएं. इसके अलावा भी इसके जीविकोपार्जन के लिए मदद करने को लेकर अधिकारियों से बात की जायेगी.

ये रहे मौजूद

इस मौके पर अस्पताल में जीतन राम मांझी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोमित कुमार, इंजीनियर नंदलाल मांझी, जिलाध्यक्ष नारायण प्रसाद मांझी, युवा जिला अध्यक्ष आयुष कुमार , निरू कुमार, अनिल यादव, मुकेश चौधरी, बुलबुल शर्मा, सागर कुमार मांझी, कंचन कुमार व अरुण कुमार आदि मौजूद थे.

Also Read: सीवान के सदर अस्पताल में बिजली गुल, 8 घंटे गर्मी से छटपटाते रहे मरीज, मोबाइल की रोशनी में हुआ इलाज

Exit mobile version