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गया में पेट्रोल पंप फूंकने वाले केके टाइगर गिरोह के सरगना सहित तीन पकड़ाये, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तारी

रंगदारी को लेकर जेसीबी मशीन व पेट्रोल पंप जलाने के मामले में शामिल कुख्यात केके टाइगर गिरोह का खुलासा गया पुलिस ने कर दिया. हाल में ही पेट्रोल पंप के साथ ही बस और बाइक जलाने में ये आरोपित रहा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 23, 2022 1:22 PM

बिहार के गया जिले के बांकेबाजार व रोशनगंज थाना क्षेत्र में रंगदारी को लेकर जेसीबी मशीन व पेट्रोल पंप जलाने के मामले में शामिल कुख्यात केके टाइगर गिरोह का खुलासा पुलिस ने कर लिया है. सोमवार की सुबह गया शहर स्थित पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी हरप्रीत कौर व एएसपी प्रवेंद्र भारती ने बताया कि कुख्यात केके टाइगर उर्फ छोटू चौधरी, उदय चौधरी व विकास चौधरी को गिरफ्तार किया गया है.

केके टाइगर का असली नाम छोटू चौधरी

गिरफ्तार अपराधियों के पास से दो देसी पिस्टल, तीन देसी कट्टा, 10 गोली, एक खोखा, एक मिस फायर गोली, तीन बाइक, तीन मोबाइल फोन, चार मोबाइल सिम व केके टाइगर संगठन से संबंधित पर्चा बरामद किया है. उन्होंने बताया कि कुख्यात केके टाइगर गया जिले के रोशनगंज थाना क्षेत्र के लेम्बोइया गांव के रहनेवाले बलेंद्र चौधरी का बेटा है. केके टाइगर का असली नाम छोटू चौधरी है.

केके टाइगर नाम से एक आपराधिक गिरोह

केके टाइगर नन्हका व धनंजय चौधरी के नाम से भी जाना जाता है. वह अपने गांव लेम्बोइया गांव के रहनेवाले सत्येंद्र चौधरी के बेटे उदय चौधरी व समुंदर चौधरी के बेटे विकास चौधरी के साथ मिल कर केके टाइगर नाम से एक आपराधिक गिरोह बनाया और बांकेबाजार व रोशनगंज थाना इलाके में ठेकेदार, मुखिया व पेट्रोल पंप संचालकों से रंगदारी की मांग करने लगा.

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पेट्रोल पंप पर आग लगाने का आरोप

एसएसपी ने बताया कि रंगदारी की मांग को लेकर केके टाइगर गिरोह ने 15 मई की रात रोशनगंज थाना क्षेत्र के सगडीहा के पास नदी पर पुल निर्माण कार्य में लगे जेसीबी मशीन में आग लगाया दिया था. 16 मई की रात फिर उसी कैंप पर हमला कर दो मजदूरों को अगवा कर लिया था और दो घंटे के बाद रिहा कर दिया था. 17 मई की रात केके टाइगर गिरोह ने रंगदारी की मांग को लेकर बांकेबाजार थाने के पास अनन्या पेट्रोल पंप पर हमला कर चार नोजल, बस व बाइक पर आग लगा दिया था.

सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन

तीनों घटनाओं के खुलासे को लेकर सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया. इसमें एएसपी ऑपरेशन मुकेश कुमार सेवरिया, शेरघाटी एएसपी प्रवेंद्र भारती, इमामगंज सर्किल इंस्पेक्टर उदय शंकर, रोशनगंज थानाध्यक्ष सुनील कुमार, बांकेबाजार थानाध्यक्ष कुमार सौरभ सहित टेक्निकल सेल की टीम को शामिल किया गया.

एसआइटी की कार्रवाई

एसआइटी ने लगातार मॉनीटरिंग करते हुए सबसे पहले लेम्बोइया गांव के रहनेवाले समुंदर चौधरी के बेटे विकास चौधरी को गिरफ्तार किया गया. इसकी निशानदेही पर पीछा करते हुए उतर प्रदेश के सारनाथ के पास से कुख्यात केके टाइगर व उदय चौधरी को गिरफ्तार किया गया.

जनवरी में जेल से छूटा था कुख्यात केके टाइगर

एसएसपी ने बताया कि रंगदारी मांगने में कुख्यात केके टाइगर 2018 से गुरुआ, बांकेबाजार, आमस, डोभी व रोशनगंज थाना इलाके में अपने गिरोह को सक्रिय रखा है. केके टाइगर के विरुद्ध गुरुआ थाने में तीन, बांकेबाजार थाने में तीन, रोशनगंज थाने में दो, आमस थाने में एक और डोभी थाने में एक मामला दर्ज है. वह इसी वर्ष जनवरी महीने में जेल से छूट कर बाहर आया था. बाहर आने के बाद फिर से अपने संगठन को सक्रिय किया और रंगदारी को लेकर आतंक मचाना शुरू कर दिया. एसएसपी ने बताया कि केके टाइगर गिरोह में शामिल कुछ और अपराधियों की पहचान हो गयी है. उनकी गिरफ्तारी को लेकर बिहार, झारखंड व अन्य राज्यों में छापेमारी की जा रही है.

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