Lok Sabha Elections: गया. लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को हाना है. इस चरण में बिहार में गया समेत चार लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होना है. जिला प्रशासन ने इसकी सारी तैयारी कर ली है. मतदान को लेकर गया समाहरणालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है. मतदान के दौरान वोटिंग की जानकारी, मतदान प्रतिशत समेत शिकायतों की जानकारी लेना और उसका निष्पादन कराना, काफी मुश्किल भरा काम होता है. इसके लिए इस बार एक नयी पहल की गई है. पहली बार कंट्रोल रूम की पूरी जिम्मेदारी महिला पदाधिकारी और कर्मियों के जिम्मे होगा. इस बार गया में यह काम सिर्फ महिला पदाधिकारी और कर्मी ही करेंगी.
पहली बार महिलाएं संभाल रहीं कंट्रोल रूम
समाहरणालय के मीटिंग हॉल में बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने खुद वहां बैठकर कार्यों की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि पहली बार मतदान से संबंधित बूथ की जानकारी संकलित करने का काम महिला पदाधिकारी व महिला कर्मी के कंधों पर सौंपा गया है. 19 अप्रैल को लोकतंत्र के महापर्व की पूरी तैयारी कर ली गई है. पोलिंग पार्टियों बुधवार को रवाना होनी शुरू हो जाएंगी. सभी पोलिंग पार्टी को डिस्पैच सेंटर से ईवीएम 18 अप्रैल को प्राप्त कराया जाएगा.
शिकायतों का होगा त्वरित निवारण
इस कंट्रोल रूम से जिले के सभी नौ विधानसभा के मतदान की सूचना का आदान-प्रदान होगा. कहीं से भी कोई प्राप्त होने वाली शिकायत का त्वरित निवारण किया जाएगा. बूथ पर मतदान करवा रहे पदाधिकारी, सेक्टर पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी से संवाद स्थापित करेंगे. सारे काम यहीं से इसी कंट्रोल रूम से करवाया जाएगा. डीएम ने कहा कि उन्हें गर्व है कि महिलाओं के माध्यम से इस कंट्रोल रूम को संचालित किया जा रहा है. गौरतलब हो कि गया जिले के छह विधानसभा क्षेत्र गया लोकसभा अंतर्गत आते हैं. वही, तीन विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद लोकसभा अंतर्गत आते हैं.
नौ विधानसभा की जिम्मेदारी महिलाओं के जिम्मे
गया जिले के सभी नौ विधानसभा को लेकर एक-एक वरीय महिला पदाधिकारी, एक-एक महिला पदाधिकारी, तीन-तीन महिला कर्मी के अलावा विधानसभा वार 5-5 महिला पदाधिकारी-कर्मी को नियुक्त किया गया है. डॉ त्यागराजन एसएम ने कहा कि पूरी तरह से महिलाओं द्वारा यह कंट्रोल रूम संचालित किया जाएगा. पहली बार यह विशेष पहल हुई है. जिस तरह महिला मतदान केंद्र बनाया जाता है, उस तरह महिलाओ द्वारा संचालित कंट्रोल रूम बनाया गया है और सभी काफी अच्छे तरीके से काम कर रहे हैं. उम्मीद जताई कि 20 अप्रैल तक सुचारू रूप से महिला अधिकारी और कर्मी काम करेंगे. इसके लिए सभी महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है.