Makar Sankranti 2025: गया में छह लाख लीटर दूध और 60 हजार किलो दही की डिमांड, चूड़ा और गुड़ की कीमत में वृद्धि

Makar Sankranti 2025: गया में छह लाख लीटर दूध और 60 हजार किलो दही की डिमांड है. डिमांड को पूरा करने के लिए अभी से सामान स्टॉक किया जा रहा है.

By Radheshyam Kushwaha | January 4, 2025 7:57 PM

Makar Sankranti 2025: गया में मकर संक्रांति पर चूडा, तिलकुट, गुड़ के साथ दूध, दही की डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे में लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए मगध दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ यानी सुधा डेहरी अभी से दूध व दही का स्टॉक रखना शुरू कर दिया है. संघ के अकाउंटेंट शैलेश कुमार ने कहा कि मकर संक्रांति पर लोगों द्वारा की जाने वाली दूध व दही की सभी मांग को पूरा किया जायेगा. उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति को लेकर नौ से 15 जनवरी के बीच मगध डेयरी क्षेत्र के दूध व दही के खुदरा वितरकों द्वारा अब तक करीब छह लाख लीटर दूध व 60 हजार किलो दही की डिमांड है. उन्होंने कहा कि डिमांड को पूरा करने के लिए अभी से सामान स्टॉक किया जा रहा है. संघ के अधीन मगध प्रमंडल के गया, जहानाबाद, अरवल व औरंगाबाद जिले आते हैं.

अलग-अलग चार क्वालिटी का दूध बाजार में रहेगा उपलब्ध

अकाउंटेंट द्वारा बताया कि सुधा हेल्दी, सुधा शक्ति, सुधा गोल्ड व सुधा काऊ मिल्क चार अलग-अलग क्वालिटी में एक लीटर व हाफ लीटर के पैक में दूध उपलब्ध है, जबकि दही 200 ग्राम से लेकर 15 किलो तक वजन में बिक रहा है.

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बाजार में बिक रहे बासमती सहित कई अन्य किस्म के चूड़े

मकर संक्रांति की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आने लगी है, चूड़ा व गुड़ के कारोबार की चमक भी बढ़ने लगी है. चूड़ा व गुड़ की मकर संक्रांति पर विशेष मांग बढ़ जाती है. ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए इससे जुड़े कारोबारी मकर संक्रांति की तिथि से करीब एक माह पहले से सामान का स्टॉक तैयार कर लेते हैं. मकर संक्रांति की तिथि से करीब एक सप्ताह पहले से इन सामान के कारोबार में काफी तेजी आ जाती है. वहीं अधिकतर लोग जरूरत से अधिक इन सामान की खरीदारी करते हैं. इससे जुड़े अधिकतर कारोबारियों की मानें तो पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मकर संक्रांति पर चूड़ा-गुड़ का कारोबार काफी ठीक-ठाक हो रहा है.

जानें चूड़ा और गुड़ के बाजार भाव

गया जिले के कुछ कारोबारी द्वारा बताया गांव स्तर पर धान की कुटाई होने से शहर में चूड़ा के कारोबार पर कुछ असर पड़ रहा है. इन सामान के खुदरा कारोबारी बालकृष्ण भारद्वाज ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष चूड़ा व गुड़ के दामों में पांच से आठ प्रतिशत तक वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि खुदरा बाजार में इस बार बासमती चूड़ा 80 से 110 रुपये प्रति किलो, उसना चूड़ा 40 से 48 रुपये प्रति किलो, गुड़ 50 से 55 रुपये प्रति किलो, रावा 75 से 80 रुपये प्रति किलो की कारोबारियों द्वारा बेची जा रही है. उन्होंने बताया कि अधिकतर ग्राहक मध्यम क्वालिटी के चूड़ा की खरीदारी कर रहे हैं.

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