20 मई के बाद गया के बाजार में दूधिया मालदा के आने की उम्मीद
इस वर्ष मौसम के अनुकूल नहीं होने से फसल में कुछ कमी होने की उम्मीद है. इस बार दूधिया मालदा गया बाजार में 20 मई के बाद उपलब्ध होने की उम्मीद है.
गया. भागलपुर का दूधिया मालदा आज भी यहां के लोगों के लिए आमों का राजा कहा जाता है. इस वर्ष मौसम के अनुकूल नहीं होने से फसल में कुछ कमी होने की उम्मीद है. बावजूद दूधिया मालदा गया बाजार में आम लोगों की बजट के अनुसार ही उपलब्ध होगा. इस बार दूधिया मालदा गया बाजार में 20 मई के बाद उपलब्ध होने की उम्मीद है. शुरुआती दौर में खुदरा बाजार में इसकी कीमत ₹100 प्रति किलो तक हो सकती है. आवक के अनुसार दूधिया मालदा के दामों में कमी-बेसी भी संभव है. वर्तमान में बाजार में जो आम उपलब्ध है, सभी प्रजाति मद्रास सहित दक्षिण भारत के अन्य राज्यों के है. प्रजातियों में बैगन फुली, तोतापरी, गुलाब खास व अन्य शामिल हैं. इन आमों के स्वाद अनुकूल नहीं होने से इन आमों का अधिकतर उपयोग जूस बेचने वाले दुकानदार करते हैं. क्वालिटी व गुणवत्ता के अनुसार खुदरा बाजार में इन आमों की कीमत 50 से 100 रुपये किलो की है. इस बार मौसमी फलों की आवक अधिक होने से अन्य वर्षों की तुलना में इसकी कीमत काम है. इसके कारण मौसमी फलों के कारोबार में दिन-प्रतिदिन उछाल हो रहा है. खुदरा बाजार में इस बार तरबूज 30 से 40 रुपये प्रति किलो, खीरा 25 से 30 रुपये प्रति किलो, ककड़ी 40 से 60 रुपये प्रति किलो, लालमी (खरबूजा) 100 से 120 रुपये प्रति किलो कारोबारियों द्वारा बेचा जा रहा है. केदारनाथ मार्केट फल विक्रेता संघ के अध्यक्ष मो महताब आलम ने बताया कि सुंदरता के लिए किसानों द्वारा फलों के उत्पादन में तरह-तरह के केमिकल उपयोग किया जा रहे हैं. इसके कारण जहां इसके स्वाद में अंतर आ जाते हैं, वहीं स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है. 20 मई के बाद इस बार भागलपुर का दूधिया मालदा गया बाजार में उपलब्ध होने की पूरी उम्मीद है. आवक ठीक-ठाक होगी, तो 100 रुपये तक प्रति किलो खुदरा बाजार में इसके भाव खुल सकते हैं. वहीं पांच मई तक बंगाल, मुंबई, यूपी व झारखंड के आम भी गया बाजार में उपलब्ध हो जायेंगे.
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