Bihar News: इस जिला में माओवादी साजिश का हुआ पर्दाफाश, कुएं से मिला 1490 कारतूस
Bihar News: बिहार के गया में भाकपा-माओवादी संगठन के गढ़ के रूप में कई दशकों से चर्चित आंती थाना क्षेत्र के मीठापुर गांव के कसियार बधार में स्थित एक कुआं में से पुलिस टीम ने प्रतिबंधित अत्याधुनिक हथियार एसएलआर में प्रयुक्त होनेवाला 1490 कारतूस बरामद किया.
Bihar News: बिहार के गया में भाकपा-माओवादी संगठन के गढ़ के रूप में कई दशकों से चर्चित आंती थाना क्षेत्र के मीठापुर गांव के कसियार बधार में स्थित एक कुआं में से पुलिस टीम ने प्रतिबंधित अत्याधुनिक हथियार एसएलआर में प्रयुक्त होनेवाला 1490 कारतूस बरामद किया. यह कार्रवाई टिकारी डीएसपी सुशांत कुमार चंचल के नेतृत्व में हुई.
एक ही स्थान से 1490 कारतूस की बरामद
नक्सलियों का गढ़ रह चुके टिकारी अनुमंडल इलाके से एक ही स्थान से 1490 कारतूस की बरामदगी होने से स्थानीय पुलिसकर्मी एक बड़ी सफलता मान रहे हैं. लेकिन, इतनी संख्या में प्रतिबंधित अत्याधुनिक हथियार एसएलआर का कारतूस मिलने से पुलिस मुख्यालय किसी बड़ी घटना को लेकर आशंकित होने लगे हैं. उनके जेहन में अब कई सवाल उठने शुरू हो गये हैं कि आखिर इतनी संख्या में जिंदा कारतूस को एक ही स्थान पर क्यों रखा गया.
आंती थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी
आंती थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर के पुलिस बल के सहयोग से मीठापुर गांव के उतर दिशा के कसियार बधार में स्थित दु:खी बिगहा निवासी मधेश्वर यादव के 20 फुट के गहरे एक कुआं में से 1490 राउंड जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. बरामद कारतूस एसएलआर की है. इधर, बुधवार की सुबह टिकारी डीएसपी सुशांत कुमार चंचल घटनास्थल पर पहुंचे और जांच पड़ताल किया. इस संबंध में दारोगा के बयान पर आंती थाना कांड संख्या 76/24 दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस कई एंगल से अनुसंधान में जुटी हुई है.
Also Read: बिहार में आवास की सौगात, 5955 परिवारों का भविष्य उज्जवल, पर किसे मिलेगी पहली किस्त?
आंती पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है
बता दें कि उक्त स्थल पर से बड़ी संख्या में कारतूस बरामद होने के बाद इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और आंती पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. नक्सलियों का गढ़ माने जानेवाले आंती थाना क्षेत्र में काफी लंबे समय के बाद पुलिस को इतनी बड़ी संख्या में कारतूस बरामद होना पुलिस सक्रियता का प्रमाण दिख रहा है. लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि यह कारतूस माओवादियों द्वारा कोई बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए सुरक्षित रखा गया था.