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पेशे में सीखी गयी बारीकियों का ज्यादा उपयोग करें : प्रो केएन सिंह

गया न्यूज : सीयूएसबी में द्वितीय सीसीआइ-सीयूएसबी राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2025 का शुभारंभ

गया न्यूज : सीयूएसबी में द्वितीय सीसीआइ-सीयूएसबी राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2025 का शुभारंभ

गया.

सीयूएसबी के स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस की ओर से आयोजित प्रतिष्ठित सीसीआइ-सीयूएसबी राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2025 का औपचारिक रूप से भव्य उद्घाटन समारोह के साथ शुभारंभ हुआ. मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एनएलयू) जोधपुर के कुलपति प्रो हरप्रीत कौर ने अपने संबोधन में समकालीन वैश्विक कानूनी परिदृश्य और शैक्षणिक क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा कानून की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने कक्षाओं के बजाय प्रतिस्पर्धा में विकसित होने वाले मूट कोर्ट के लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. प्रो कौर ने मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं के तीन महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताया जो कि रणनीतिक सोच, टीम वर्क और अनुनय कौशल है. सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह ने भाग लेने वाले दलों का हार्दिक स्वागत किया और व्यावहारिक कानूनी दक्षताओं को निखारने में मूट कोर्ट अभ्यास की अनिवार्यता पर प्रकाश डाला. उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले युवाओं से आग्रह किया कि वे इस प्रतिष्ठित कानूनी प्रतियोगिता का पूरा लाभ उठाएं और आमजनों की भलाई के लिए अपने पेशे में सीखी गयी बारीकियों का ज्यादा-से-ज्यादा उपयोग करें.

विजयी टीम को पुरस्कार दिये जायेंगे

पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि सीयूएसबी के लॉ विभाग द्वारा भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ( सीसीआइ) के साथ साझेदारी में आयोजित प्रतियोगिता में देशभर के शीर्ष कानून के छात्र प्रतिस्पर्धा कानून और बौद्धिक संपदा अधिकारों के जटिल क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने ज्ञान और जुनून का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक प्लेटफार्म पर आये हैं. कार्यक्रम के औपचारिक उद्घाटन के बाद सीयूएसबी के स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस (एसएलजी) के प्रमुख और डीन प्रोफेसर संजय प्रकाश श्रीवास्तव ने उद्घाटन भाषण में बौद्धिक संपदा अधिकारों के विषय पर भारत के प्रतिस्पर्धा न्यायशास्त्र को मजबूत करने के लिए नवजात कानूनी बुद्धिजीवियों को पोषित करने की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया. मूट कोर्ट सोसाइटी की सह समन्वयक डॉ कुमारी नीतू ने हाइब्रिड प्रतियोगिता का अवलोकन प्रस्तुत किया और कहा कि विजयी टीम को पुरस्कार दिये जायेंगे व सीसीआइ के साथ प्रतिष्ठित इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किये जायेंगे, जिससे प्रतिस्पर्धा कानून और बौद्धिक संपदा कानून की वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के बारे में अमूल्य जानकारी मिलेगी. उद्घाटन समारोह का समापन मूट कोर्ट सोसाइटी के समन्वयक मणि प्रताप द्वारा दिये गये धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने गणमान्य व्यक्तियों, आयोजकों और प्रतिभागियों को उनके अटूट समर्थन और प्रतिबद्धता के लिए आभार व्यक्त किया. विधि विभाग के अन्य संकाय सदस्य डीएसडब्ल्यू प्रो पवन कुमार मिश्रा, प्रो अशोक कुमार, प्रो प्रदीप कुमार दास, डॉ सुरेंद्र कुमार, डॉ पूनम कुमारी, डॉ देव नारायण सिंह, डॉ पल्लवी सिंह, डॉ अनंत प्रकाश नारायण, डॉ नेहा शुक्ला, डॉ अनुराग अग्रवाल, डॉ अनुजा मिश्रा और डॉ चंदना सूबा ने छात्रों को देश भर में प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित किया. यह कार्यक्रम मूट कोर्ट सोसाइटी के छात्र सदस्यों मुकुंद कुमार, सुमंत कुमार, नवीन मौर्य, विजय लक्ष्मी, आस्था गुप्ता, सांभवी आदर्शी, मिनी सिन्हा और सोसाइटी के अन्य सदस्यों के योगदान से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया. द्वितीय सीसीआइ सीयूएसबी राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में शोधकर्ता परीक्षण भी हुआ, जो एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसने प्रतिभागियों की शोध क्षमताओं और प्रतिस्पर्धा कानून की समझ का मूल्यांकन किया.

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