Gaya News : जीआइएस व रिमोट सेंसिंग में एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू करेगा एमयू

Gaya News : मगध विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की बैठक आयोजित की गयी, जिसमें कुलपति प्रो एसपी शाही की अध्यक्षता में विभिन्न शैक्षणिक और शोध से जुड़े प्रस्तावों पर विचार किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | February 13, 2025 10:19 PM

बोधगया. मगध विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की बैठक आयोजित की गयी, जिसमें कुलपति प्रो एसपी शाही की अध्यक्षता में विभिन्न शैक्षणिक और शोध से जुड़े प्रस्तावों पर विचार किया गया. बैठक में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को सुदृढ़ करने व नये कार्यक्रमों को लागू करने पर सहमति बनी. बैठक में पिछली परिषद की कार्यवाही की पुष्टि की गयी, जिसमें 18 दिसंबर को हुई बैठक के निर्णयों को अनुमोदित किया गया. इसके अलावा आठ फरवरी को संबंधन समिति की बैठक में लिए गये निर्णयों को भी स्वीकृति दी गयी. मगध विश्वविद्यालय के स्थायी संकाय सदस्यों को लघु शोध परियोजनाओं के लिए अनुदान देने की योजना पर भी चर्चा हुई, जिसमें आयोग से नियुक्त शिक्षकों को शोध प्रोत्साहन देने के लिए नियमों को स्वीकृति प्रदान की गयी. साथ ही, शोध विकास प्रकोष्ठ द्वारा आमंत्रित लघु शोध परियोजनाओं के मूल्यांकन के लिए पारिश्रमिक और मानदेय निर्धारित करने के प्रस्ताव की भी मंजूरी दी गयी.

शिक्षकों की पदोन्नति पर लगी सिंडिकेट की मुहर

बैठक में शिक्षण विस्तार की दिशा में भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये हैं. जगजीवन कॉलेज, गया में मास्टर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस कोर्स प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया. साथ ही, भू-स्थानिक सूचना प्रणाली (जीआइएस) और रिमोट सेंसिंग में एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा कोर्स के नियमावली के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया. इस अवसर पर कुलपति प्रो एसपी शाही ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय शिक्षा व शोध के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है. विश्वविद्यालय का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और छात्रों को नवीन अवसर उपलब्ध कराना है. उन्होंने कहा कि इस बैठक में लिए गये निर्णय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और शोध विकास को नयी दिशा देंगे. इसके बाद सिंडिकेट की भी बैठक कुलपति प्रो एसपी शाही की अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें विभिन्न विभागों के शिक्षकों की पदोन्नति, प्रशासनिक सुधार और शैक्षणिक विस्तार से जुड़े प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी. बैठक में विभिन्न विषयों में सहायक प्रोफेसरों के वरिष्ठ स्केल, रीडर से एसोसिएट प्रोफेसर और 10 वर्षीय टाइम बाउंड प्रमोशन स्कीम के तहत पदोन्नति को स्वीकृति दी गयी. बैठक के अंत में कुलसचिव ने सभी विभागाध्यक्षों, संकायाध्यक्षों और प्राचार्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया व विश्वविद्यालय के सतत विकास में उनके योगदान की सराहना की.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version