गया में 10 हजार के लिए विवाद…मजदूर ने अपने मालिक की हथौड़े से पीट कर ले ली जान
गुरारू बाजार केव्यवसायी सोनू अग्रवाल की शनिवार की रात उनके ही मजदूर ने हत्या कर दी. घटना कोंची गांव के समीप की है. पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एएनएमएमसीएच भेज दिया है.
गुरारू (गया) . गुरारू बाजार के युवा व्यवसायी सोनू अग्रवाल की शनिवार की रात मजदूर ने हत्या कर दी. घटना कोंची गांव के समीप की है. पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एएनएमएमसीएच भेज दिया है. मृतक सोनू अग्रवाल गुरारू बाजार के निवासी हैं. बताया जा रहा है कि आरोपित मजदूर मिथलेश रविदास गुरारू थाना क्षेत्र के कोंची गांव का रहने वाला है. आरोपित सोनू अग्रवाल के अंडर कई वर्षों से काम कर रहा था. शनिवार की रात सोनू अग्रवाल आरोपित मजदूर मिथलेश दास को अपनी बाइक से उसके घर छोड़ घर आ गया था. इसके बाद रात के करीब 10 बजे वापस मिथिलेश अपने मालिक सोनू के घर फिर आया व वापस घर छोड़ने के लिए बोल कर अपने साथ ले जाता है. मिथलेश ने अपने घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर सोनू अग्रवाल से 10 हजार रुपये को लेकर झगड़ा करने लगा. इस दौरान मारपीट में मिथलेश ने सोनू अग्रवाल पर हथौड़े से वार कर दिया. घटना में सोनू बुरी तरह जख्मी होकर गिर गया व आरोपित मिथिलेश फरार हो गया. इधर देर रात पुलिस की पैट्रोलिंग गाड़ी ने मथुरापुर-गुरारू स्टेट हाइवे 69 के किनारे लावारिस बाइक को देख कर छानबीन की, तो सड़क के किनारे सोनू का शव मिला. इसके बाद पुलिस ने गाड़ी नंबर से मृतक की पहचान की और इसकी सूचना सोनू अग्रवाल के परिजनों दी. शव के पास चप्पल से आरोपित मिथलेश रविदास की पहचान की गयी. इसके बाद पुलिस ने आरोपित को उसके घर गिरफ्तार कर लिया. आरोपित मिथिलेश रविदास पुराने मकानों की तोड़फोड़ का काम करता है और कई वर्षों से सोनू अग्रवाल के लिए काम कर रहा था. थानाध्यक्ष चाहत कुमार ने बताया कि मिथलेश रविदास ने सोनू अग्रवाल की हत्या हथौड़े से सिर पर वार कर की है. आरोपित के पास से हथौड़ी, चाकू और कपड़े बरामद किये गये हैं. आरोपित ने पुलिस के सामने गुनाह कबूल किया है. सोनू अग्रवाल का शव रविवार को पोस्टमार्टम के बाद गुरारू आते ही कोहराम मच गया. सबकी आंखें नम थीं. परिवार के लोगों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा था. उसकी अब तक किसी से झगड़े की बात तो दूर, मनमुटाव भी नहीं हुआ था. दरवाजे पर जैसे ही उसका शव पंहुचा, पिता बेहोश होकर गिर पड़े. इससे भी बुरा हाल उसकी पत्नी का हो रहा था. पत्नी बार-बार बेहोश होकर गिर जाती थी. रो-रोकर सबका बुरा हाल है. सोनू अग्रवाल की हत्या होने से व्यवसायी आक्रोशित हैं. लोगों ने शोक व्यक्त करते हुए अपने दुकानदारों ने दुकानों को बंद रखा. इधर औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने मृतक सोनू अग्रवाल के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान परिजनों से मिलकर उन्होंने सांत्वना दी. सांसद सुशील कुमार सिंह ने इस घटना को लेकर एएसपी से बात की.