अब मजदूरों को गांव में ही मिलेगा रोजगार
अब लॉकडाउन खत्म होने के बाद मजदूर दूसरे शहर में कमाने नहीं जायेंगे. मजदूरों को अपने ही शहर या फिर गांव में काम दिया जायेगा. इसके लिए हर स्तर पर कामकाज शुरू कर दिया गया है. नगर प्रखंड के अंतर्गत आने वाले गांवों में मनरेगा के तहत चलने वाली योजनाओं में बेरोजगारों को रोजगार दिया जायेगा.
गया : अब लॉकडाउन खत्म होने के बाद मजदूर दूसरे शहर में कमाने नहीं जायेंगे. मजदूरों को अपने ही शहर या फिर गांव में काम दिया जायेगा. इसके लिए हर स्तर पर कामकाज शुरू कर दिया गया है. नगर प्रखंड के अंतर्गत आने वाले गांवों में मनरेगा के तहत चलने वाली योजनाओं में बेरोजगारों को रोजगार दिया जायेगा. इसके लिए एक प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की विशेष बैठक हुई है. सरकार की ओर से मनरेगा की तीन नयी महत्वपूर्ण योजनाओं के तहत लोगों को काम दिया जायेगा. मनरेगा के तहत गांव में पौधे लगाने. तालाब की खुदाई व पईन की खुदाई सहित अन्य कामों में मजदूरों को लगाया जायेगा.
इसके लिए मजदूरों का पंजीयन कर मनरेगा जॉब कार्ड बनाये जायेंगे. इस संबंध में प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी सुबोध कुमार ने बताया कि बेरोजगार मजदूरों को अब गांव में ही काम दिया जायेगा. इसके लिए मजदूरों का पंजीयन कर मनरेगा जॉब कार्ड भी बनाया जायेगा. उन्होंने बताया कि योजनाओं को चिह्नित करने का काम जल्द से जल्द शुरू किया जायेगा. योजनाओं को चिह्नित करने के बाद एक-एक करके योजनाओं को धरातल पर उतारा जायेगा, ताकि गांव में विकास का काम समय सीमा के अंदर पूरा कर दिया जाये.
प्रखंड कार्यालय में बनायी गयी योजनाप्रखंड प्रवासी मजदूरों को क्वारेंटिन की अवधि के तुरंत बाद मनरेगा की योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रखंड कार्यालय ने योजना बनायी है. इसमें लॉकडाउन से बेरोजगार हुए मजदूरों को भी जोड़ा जायेगा. उन सभी मजदूरों का पंजीयन कर मनरेगा जॉब कार्ड बनाने का प्रक्रिया भी जल्द शुरू कर दी जायेगी.नये जॉब कार्ड बनाने के लिए पंचायतों में लगाये जायेंगे शिविरबाहर से आये मजदूरों को गांव में काम देने के लिए सबसे पहले उनका पंजीयन कर जॉब कार्ड बनाने का काम किया जायेगा. अधिकारियों ने बताया कि नगर प्रखंड अंतर्गत आने वाले 16 पंचायतों में जॉब कार्ड शिविर लगाये जायेंगे. उन्होंने बताया कि जैसे ही लॉकडाउन खत्म होगा, वैसे ही गांव में जॉब कार्ड बनाने के लिए शिविर लगाये जायेंगे.