गया.
गया लोकसभा संसदीय क्षेत्र से नामांकन करनेवाले रंजन पासवान नामक एक प्रत्याशी ने मंगलवार को अपना नाम वापस ले लिया. यह जानकारी मंगलवार की शाम समाहरणालय के सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला निर्वाची पदाधिकारी सह डीएम डॉ त्यागराजन ने दी. डीएम ने बताया कि अब चुनाव मैदान में 14 प्रत्याशी बचे हैं. गया लोकसभा संसदीय क्षेत्र से 22 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. इसमें स्क्रूटनी के दौरान सात प्रत्याशियों का नामांकन पत्र अधूरा होने के कारण रद्द कर दिया था. एक प्रत्याशी ने नामांकन वापस ले लिया, तो चुनाव मैदान में 14 प्रत्याशी बचे. सभी 14 प्रत्याशियों को उनकी सहमति के आधार पर चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया है. डीएम ने बताया कि राष्ट्रीय जनता दल से चुनाव मैदान में उतरे कुमार सर्वजीत, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्यूलर) से जीतन राम मांझी व बहुजन समाज पार्टी से सुषमा कुमारी का चुनाव चिह्न पहले से ही आवंटित है. डीएम ने बताया कि चुनाव में मैदान में बचे 14 में से दो प्रत्याशी कुमार सर्वजीत व जीतनराम मांझी के पास पूर्व से ही सुरक्षा प्राप्त है. इनके अलावा 12 प्रत्याशियों में से चार प्रत्याशियों ने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर आवेदन दिया है. उनके आवेदन पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. ऐसे जिले में प्रतिदिन फ्लैग मार्च व निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है.
दिव्यांग व वयोवृद्ध वोटरों के घर पर आठ अप्रैल से ही वोटिंग कराने की शुरू होगी प्रक्रिया
डीएम ने बताया कि जिले में चिह्नित किये गये 275 दिव्यांग व वयोवृद्ध वोटरों को उनके घर पर ही पोलिंग पार्टी जाकर वोटिंग करायेगी. इस बाबत आवश्यक कदम उठाये गये हैं. यह प्रक्रिया आठ अप्रैल से शुरू की जायेगी. इस बाबत संबंधित दिव्यांगों व वयोवृद्ध वोटरों को सूचित कर दिया गया है. इन दिव्यांगों व वोटरों के घरों पर सुरक्षा बलों के साथ पोलिंग पार्टी बैलेट पेपर से वोटिंग करायेगी. इससे पहले सभी प्रत्याशियों को सूचित किया जायेगा, ताकि उन्हें इस बात की जानकारी रहे कि किन-किन वोटरों के घरों पर पोलिंग पार्टी जानेवाली है. उन्होंने बताया कि ऐसे दिव्यांगों व वयोवृद्ध वोटरों को चिह्नित करने के लिए चुनाव आयोग के द्वारा जारी किये गये गाइडलाइन का पालन किया गया है.