गया. एएनएमएमसीएच के हड्डी रोग विभाग में भर्ती एक मरीज को यहां के स्थानीय डॉक्टर द्वारा झांसा देकर अपने अस्पताल में चलने के लिए कहने का मामला सामने आया है. मरीज की शिकायत के बाद जब इसकी जांच हुई, तो मामला सही पाया गया. हड्डी रोग विभाग में बेड संख्या 20 के मरीज व उसके परिजनों ने बताया कि उस डॉक्टर ने उनसे कहा कि यहां (एएनएमएमसीएच) की कई तरह की मशीनें खराब हो गयी हैं. ऑपरेशन होना संभव नहीं है. मेरे प्राइवेट हॉस्पिटल में चलो, वहां पर इलाज अच्छा हो जायेगा. ऑपरेशन का खर्च 25 हजार व 10 हजार रुपये दवा में लगेंगे. पैसे का इंतजाम करके मेरे हॉस्पिटल में चले आओ. मेरा मोबाइल नंबर भी रख लो, आने के बाद बात कर लेना. काम जल्द हो जायेगा. मरीज के परिजनों ने बताया कि उन्होंने मरीज को 11 जून को यहां भर्ती कराया था. यहां पर ऑपरेशन का डेट मिलने पर कुछ बिजली में गड़बड़ी आयी, तो ऑपरेशन को टाल दिया गया. इसके बाद यहां काम करनेवाले एक डॉक्टर ने उन्हें उनके प्राइवेट हॉस्पिटल में आने को कहा. हम भी मरीज के जल्द आराम के चक्कर में यहां से जाने के इंतजाम में जुट गये थे. उसके बाद यहां के ही एक कर्मचारी ने इसकी सूचना यूनिट हेड व अधीक्षक, उपाधीक्षक को देने की सलाह दी. अधिकारियों के पास सूचना देते ही कार्रवाई शुरू कर दी गयी. अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दो दिनों के अंदर उसका ऑपरेशन कर दिया जायेगा. कहीं बाहर मरीज को ले जाने की जरूरत नहीं है.एएनएमएमसीएच में हड्डी रोग विभाग पहले से ही मरीज के इलाज में कोताही को लेकर बदनाम है. यहां पर कई महीनों तक मरीज को भर्ती रखकर भी ऑपरेशन या फिर सटीक इलाज नहीं होने की शिकायत बार-बार मिलती है. इतना ही नहीं एचआइवी पीड़ित मरीज को भगाने का भी मामला यहां पर सामने आ चुका है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है