गया. प्रगति यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को गया पहुंचे. जिले में चल रही योजनाओं के संबंध में समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की. इस दौरान डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने जिले के विकास कार्यों काे पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी. डीएम ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल व उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा के लिए महिलाओं को प्रोत्साहन, जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जीर्णोद्धार कराये गये सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया. बैठक को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा आज हमने कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा. अधिकारियों से कहेंगे कि यहां जो भी जरूरतें हैं, उसे ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें. प्रगति यात्रा के दौरान जिन जिलों का दौरा किया गया है और इस दौरान जो घोषणाएं की गयी हैं, उन सबको मंत्रिपरिषद द्वारा स्वीकृति दी गयी है और जो घोषणाएं की जा रही हैं उन सबको भी मंत्रिपरिषद द्वारा स्वीकृति प्रदान की जायेगी. हमारा उद्देश्य है हर प्रकार से बिहार की तरक्की हो. वर्ष 2005 के बाद हमलोगों ने बिहार में विकास के जो काम किये हैं, उसे याद रखियेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर 2005 से हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए काम करना शुरू किया, तब से निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं. हम प्रारंभ से ही पूरे बिहार का दौरा समय-समय पर करते रहे हैं. प्रगति यात्रा का कार्यक्रम जब बनाया गया, तो अधिकारियों ने सभी जिलों की समस्याओं के बारे में जानकारी दी और हमने उस पर काम करने के लिए कहा, उन सब चीजों पर काम किया जा रहा है.
गया में भी हर क्षेत्र में विकास योजनाओं पर किये गये काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि गया जिले में विकास के अनेक काम कराये गये हैं. यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है. साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आइटीआइ, सभी अनुमंडलों में आइटीआइ, जीएनएम संस्थान व अनेक सड़क तथा पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है. यहां जननायक कर्पूरी ठाकुर अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास का निर्माण कराया गया है. अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को 2500 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है. पटना-गया-डोभी राष्ट्रीय उच्च पथ फोरलेन चौड़ीकरण किया गया है. गया-मानपुर-हिसुआ-राजगीर-नालंदा-बिहारशरीफ राष्ट्रीय उच्च पथ का चौड़ीकरण किया गया है. शेरघाटी में नये बाइपास का निर्माण कराया गया है. जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत गया एवं बोधगया में गंगाजल को पेयजल के रूप में पहुंचाया जा रहा है. इसके अलावा कई अन्य जरूरी काम कराये गये हैं, जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है.जून तक पूरा करा लिया जायेगा 290 पंचायत सरकार भवन का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां 93 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है और शेष 290 पंचायत सरकार भवन का निर्माण भी जून, 2025 तक पूरा करा लिया जायेगा. केंद्र सरकार व राज्य सरकार की तर्ज पर हमने सम्मान देने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराने का निर्णय लिया. पंचायत सरकार भवन के निर्माण से एक ही छत के नीचे ग्राम पंचायत की सभी समस्याओं का निराकरण हो सकेगा. जिले में हर घर बिजली पहुंचा दी गयी है. यहां नौ विद्युत ग्रिड सब स्टेशन तथा 63 पावर सब स्टेशन का निर्माण कराया गया है. 42 डेडिकेटेड कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है, जिससे किसानों को 7,446 बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है, ताकि किसानों को कृषि कार्य में सहूलियत हो. गया में 60 हजार 726 स्वयं सहायता समूह से पांच लाख तीन हजार जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं. साथ ही जिले में 21 जीविका दीदी की रसोई भी संचालित है. मुख्यमंत्री ने कहा जिले में और कोई भी जरूरत होगी, उसे भी कराया जायेगा.हमेशा भाजपा के साथ ही रहेंगे और मिलकर बिहार व देश का करेंगे विकास
सीएम ने कहा हमें अटल बिहारी वाजपेयी जी ने ही बिहार का मुख्यमंत्री बनाया. हमलोग भाजपा के साथ मिलकर शुरू से काम कर रहे हैं. अब हमेशा भाजपा के साथ ही रहेंगे और मिलकर बिहार व देश का विकास करेंगे. उन्होंने वर्ष 2005 से पहले बिहार की स्थिति बयां की. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है. हर क्षेत्र में विकास के काम किये जा रहे हैं. बिहार में अब डर और भय का माहौल खत्म हो गया है. शांति एवं भाईचारा का वातावरण कायम है.शिक्षा के क्षेत्र में भी हुए अप्रतीम काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पोशाक योजना, 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना, फिर 2010 से लड़कों के लिए भी साइकिल योजना शुरू की गयी. लड़कियों को साइकिल देने के बाद स्कूलों में उनकी संख्या बढ़ी. बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है. जब हम सांसद थे और केंद्र में मंत्री थे, तब मुझे भी अपने क्षेत्र में पैदल ही चलना पड़ता था, क्योंकि सड़कों की स्थिति खराब थी. हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले छह घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर पांच घंटे किया गया है.पीएचसी में 2005 में आते थे प्रतिमाह 39 मरीज, अब आ रहे 11 हजार
उन्होंने कहा 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे. अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं. पहले बिहार में सिर्फ छह सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गयी है. 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर तक नल का जल, हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली नाली निर्माण, हर टोले तक पक्की सड़क का निर्माण, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंच रही है. 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसिन, बाल हृदय योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है.सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य बढ़ाकर 12 लाख कर दिया गया
सीएम ने कहा हमलोगों ने वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला लिया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है. बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश के किसी भी दूसरे राज्य के पुलिस बल में महिलाओं की संख्या उतनी नहीं है. वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है. सीएम ने कहा कि वर्ष 2005 से वर्ष 2020 के बीच में आठ लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गयी. हमलोगों ने वर्ष 2020 में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है. अब तक नौ लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गयी है. इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है. वर्ष 2025 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जायेगा.बैठक में ये भी रहे मौजूद
समीक्षा बैठक में डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने प्रतीक चिह्न भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया. समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार, लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, विधायक ज्योति मांझी, मनोरमा देवी, वीरेंद्र कुमार सिंह, डॉ अनिल कुमार, दीपा कुमारी, विधान पार्षद अफाक अहमद खान, कुमुद वर्मा, जीवन कुमार, जिला पर्षद की अध्यक्षा नैना कुमारी, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष द्वारिका प्रसाद, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष प्रेम कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है