शहीद बैकुंठ शुक्ल के शहादत दिवस पर निकली पदयात्रा
शहीद बैकुंठ शुक्ल के शहादत दिवस पर शहादत दिवस समारोह समिति के तत्वावधान में केंद्रीय कारा से पदयात्रा निकाली जो कई प्रमुख मार्गों से होते हुए चाणक्यपुरी पहुंची.
गया. शहीद बैकुंठ शुक्ल के शहादत दिवस पर शहादत दिवस समारोह समिति के तत्वावधान में केंद्रीय कारा से पदयात्रा निकाली जो कई प्रमुख मार्गों से होते हुए चाणक्यपुरी स्थित शहीद बैकुंठ शुक्ल पार्क पहुंचकर सभा में तब्दील हो गयी. सभा की अध्यक्षता सीपीआई के वरिष्ठ नेता अधिवक्ता मसूद मंजर व संचालन रंजीत कुमार ने किया. सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि ब्रिटिश हुकूमत के दौरान हुए सेंट्रल एसेंबली बम कांड को अंजाम देने वाले भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की फांसी की सजा में इकबालिया गवाह बने बिहार के बेतिया निवासी फणीनद्र नाथ घोष को मौत के नींद सुलाने वाले वैशाली जिले के जलालपुर गांव निवासी बैकुंठ शुक्ल को ब्रिटिश हुकूमत ने 14 मई 1934 को फांसी दी थी. शुक्ल व इनकी पत्नी वीरांगना राधिका देवी दोनों में बचपन से ही देश को आजादी दिलाने का जुनून था. दोनों 1931 में मुजफ्फरपुर के तिलक मैदान में तिरंगा झंडा फहराने में ब्रिटिश हुकूमत द्वारा गिरफ्तार किये गये थे. केंद्रीय कारा का नामकरण शहीद बैकुंठ शुक्ल के नाम पर कराने के लिए वर्षों से मांग की जा रही है. बैकुंठ शुक्ल के नाम पर बने पार्क में शहीद बैकुंठ शुक्ल व वीरांगना राधिका देवी की प्रतिमा लगाने की भी मांग की जा रही है. इन नेताओं ने कहा कि इन मांगों की पूर्ति के लिए आंदोलन और भी तेज किया जायेगा. कार्यक्रम को गया नगर निगम की उपमहापौर चिंता देवी, पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह, विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व वार्ड पार्षद लालजी प्रसाद, बीआईटी के निदेशक अवधेश कुमार शर्मा, महेश शर्मा, इकबाल हुसैन, वार्ड पार्षद गजेंद्र सिंह, परवेज आलम, जीबीएम कॉलेज की पूर्व प्राचार्या डॉ शांति सिंह, रिंकू देवी, कपिलदेव सिंह, रविन्द्र शर्मा, टिंकू गिरी, मो याहीया, मुरारी शर्मा, बाबूलाल प्रसाद सिंह, विपिन बिहारी सिन्हा, सूदन सिंह, दामोदर गोस्वामी, अरविंद कुमार सिन्हा, गोपाल पटवा, राधे कांत शर्मा, शंभू सिंह ने भी संबोधित किया.
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