गया. फल्गु नदी के पश्चिमी तट बाइपास से देवघाट तक 24.85 करोड़ रुपये की लागत से 450 मीटर लंबा व 12 मीटर चौड़ा फल्गु में बन रहा पाथवे अगले महीने तक जल संसाधन विभाग द्वारा पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता सुजीत कुमार ने बताया कि समय सीमा यानी अगस्त महीने तक निर्माण कार्य को पूरा करा लेने की हर संभव कोशिश की जा रही. इसके लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी को निर्देशित किया गया है. उन्होंने बताया कि इस राशि से पाथवे के अलावा चार सौ मीटर भूगर्भ नाला, 350 मीटर लंबा व ढाई मीटर चौड़ा बाउंड्री वॉल, सौ मीटर लंबा व आठ मीटर चौड़ा दो घाट भी बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद बाउंड्री वॉल पर भगवान श्री विष्णु की लीलाओं से जुड़ी आकर्षक व मनमोहक चित्रकारी कलाकारों द्वारा उकेरी जायेगी. जरूरत के अनुसार लाइटिंग की भी व्यवस्था होगी. विभाग का मानना है कि इस नये घाटों के बनने से देवघाट, संगत घाट, गायत्री घाट व फल्गु तट के अन्य घाटों पर तीर्थयात्रियों के बढ़ते दबाव को कम किया जा सकेगा. मालूम हो कि इस बार पितृपक्ष मेला 17 सितंबर से शुरू हो रहा है. इस बार के मेले में इस बार 15 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है. मेले में देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को समुचित यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जल संसाधन सहित तीन अन्य सरकारी विभागों के सहयोग से फल्गु नदी के पश्चिमी किनारे पर युद्ध स्तर पर पाथ-वे बनाने का काम मातेश्वरी कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है.
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