लोग खुद बने जिम्मेवार, नहीं तो करनी पड़ेगी सख्ती
लॉकडाउन चार में दी गयी छूट के मद्देनजर स्थानीय बाजारों में उमड़ी भीड़ को डीएम अभिषेक सिंह व एसएसपी राजीव मिश्रा ने गंभीरता से लिया है. गुरुवार को डीएम व एसएसपी ने समाहरणालय में प्रेस वार्ता की. डीएम ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर गृह मंत्रालय व बिहार सरकार के जारी आदेशों व निर्देशों का उल्लंघन करना लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.
गया : लॉकडाउन चार में दी गयी छूट के मद्देनजर स्थानीय बाजारों में उमड़ी भीड़ को डीएम अभिषेक सिंह व एसएसपी राजीव मिश्रा ने गंभीरता से लिया है. गुरुवार को डीएम व एसएसपी ने समाहरणालय में प्रेस वार्ता की. डीएम ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर गृह मंत्रालय व बिहार सरकार के जारी आदेशों व निर्देशों का उल्लंघन करना लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. इसमें हर नागरिक को खुद की जिम्मेदारी समझनी होगी, नहीं तो प्रशासन को सख्ती करनी पड़ जायेगी. लॉकडाउन चार में दी गयी छूट का लोगों ने गलत अर्थ लगा लिया है. रोस्टरवाइज में दुकानों को खोलने की छूट दी गयी है. लेकिन, लोगों के घर से निकलने और वाहनों के परिचालन में पूर्व में दिये गये निर्देशों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
डीएम ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने आवास से अधिक से अधिक तीन किलोमीटर के दायरे में रह कर ही सामान की खरीदारी या आवश्यक कामकाज निबटाना है. वर्तमान समय में हर गली व मुहल्ले में हर प्रकार की दुकानें हैं. जहां से कोई भी व्यक्ति आवश्यकता से संबंधित सामान की खरीदारी कर सकता है. जब घर के पास ही दुकानों में सामान उपलब्ध है, तो फिर सामान की खरीदारी को लेकर घर से छह-सात किलोमीटर दूर क्यों जा रहे हैं. डीएम ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सभी लोगों को लंबी लड़ाई लड़नी है. ऐसा नहीं है कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद कोरोना वायरस समाप्त हो जायेगा. अगर जीवन से मुहब्बत है. खुद खुश रहना चाहते हैं और अपने परिवार के साथ-साथ पड़ोसियों व सगे संबंधितों को खुशहाल देखना चाहते हैं तो लॉकडाउन में बताये गये निर्देशों के तहत ही जीना सीखना होगा. डीएम ने कहा कि घर हो या बाहर, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकले.