Photos: विष्णुपद मंदिर में प्रतिदिन होता है श्री विष्णु चरण का रात्रि श्रृंगार, आप भी कर लीजिए दर्शन
गयाजी में विष्णुपद मंदिर में हर रोज रात में श्रीविष्णु चरण चिह्न का शृंगार होता है. यह बेहद ही अद्भुत और आकर्षक होता है. मंदिर में रात के वक्त पूजा-पाठ, भोग व आरती के बाद भगवान का शृंगार किया जाता है.
कंचन, गया. सनातन धर्मावलंबियों के आस्था का केंद्र भगवान विष्णु की नगरी गयाजी में विष्णुपद मंदिर में हर रोज रात में श्रीविष्णु चरण चिह्न का शृंगार होता है. यह बेहद ही अद्भुत और आकर्षक होता है. मंदिर में रात के वक्त पूजा-पाठ, भोग व आरती के बाद भगवान का शृंगार किया जाता है. यह इतनी रात को होता है कि श्रद्धालु भक्तजन उआस वक्त मंदिर में नहीं रहते, उस समय अमूमन पंडाजी ही रहते हैं. लेकिन, जो भी श्रद्धालु इस पावन अवसर पर मौजूद रहते हैं, वह इस अलौकिक दृश्य को पाकर अपने को धन्य समझते हैं.
हर दिन विभिन्न वस्तुओं से होता है शृंगार
भगवान के चरण चिह्न का शृंगार हर रोज अलग-अलग वस्तुओं को बदल कर किया जाता है. किसी दिन मेवा से, किसी दिन केवल अलग-अलग फूलों से, तो किसी दिन केवल एक तरह का फूल जैसे गेंदा, किसी दिन पत्थरों को विभिन्न रंगों में रंग कर, तो किसी दिन अरवा चावल के दाने को अलग-अलग रंगों में रंग कर, तो किसी दिन सिर्फ तुलसी पत्र से शृंगार किया जाता है.
मनमोहक होती है शृंगार की झांकी
श्रीविष्णु चरण चिह्न को सजाने में काफी समय लगता है. पंडाजी सभी धार्मिक कार्य का निबटारा करके श्रीविष्णु चरण को बेहतर ढंग से स्नान-धोकर साफ कपड़े से सुखाने के बाद सजाने का काम चलता है. शृंगार की झांकी मनमोहक व आकर्षक होती है.