पितृ पक्ष मेले में पिंडदान करने लोग जिस रास्ते से जाते हैं वह बहुत ही सकरा रास्ता है जिसमें पितृपक्ष मेला के अवधि में 15 दिन पिण्ड दानियों का सैलाब पूरे रास्ते में रहता है परंतु वीआईपी लोगों को वीआईपी वाहन पास दिए जाने के कारण वाहनों से खचाखच भीड़ वाले उस रास्ते में पिण्डदानियों को लगातार परेशानी होती है जिसके कारण कई लोगों द्वारा वीआईपी पास बंद किए जाने की मांग उठाई गई है. मेला क्षेत्र के इन भीड़भाड़ वाले जगहों पर जब भी वीआईपी पास वाली गाड़ियां आती हैं. तो लगातार हॉर्न बजाकर उन्हें हटाया जाता है. जो उचित नहीं है इसलिए सदस्यों के द्वारा सहमति व्यक्त की गई कि इन प्रतिबंधित क्षेत्रों में वीआईपी वाहनों को पास को दिए जाने की प्रथा को बंद किया जाना चाहिए ताकि इस क्षेत्र को प्रदूषण रहित, नो हार्म जोन, नो पोलूशन जोन, नो व्हीकल जोन बनाया जा सके.
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Pitru Paksha 2022: पितृ पक्ष मेले में VIP एंट्री पर लगा बैन, जानें लोगों को क्या है आपत्ति
पितृपक्ष के समय में गया शहर वासियों के लिए दुनिया के कोने-कोने से आने वाले तीर्थयात्री ही वीआईपी होते हैं. जो पैदल चलकर मंदिर तक पहुंचते हैं. उन्हें कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए इसलिए खचाखच भीड़ वाले प्रतिबंधित क्षेत्रों में वीआईपी पास की व्यवस्था को हटाना चाहिए
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