Pitru Paksha: पितृपक्ष में 50 हजार लोग एक साथ कर सकेंगे फल्गु में तर्पण, सुरक्षा समेत ठहरने का है पुख्ता इंतजाम
Pitru Paksha: इस मेले में हजारों की संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी आते हैं, जो नहीं आ पाते उनके लिए सरकार ने ऑनलाइन पिंडदान की भी व्यवस्था कर रखी है. वैसे सरकार की इस ऑन लाइन पिंडदान का गया के पंडों ने विरोध किया है और कोरोना काल को छोड़ दें तो यह लोगों के बीच लोकप्रिय भी नहीं हो पा रहा है.
Pitru Paksha: गया. मोक्ष स्थली के रूप में चर्चित बिहार के गया में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पितृ पक्ष मेला लगेगा. जिला प्रशासन ने इसके लिए सुरक्षा से लेकर ठहरने तक की पुख्ता व्यवस्था की है. पितृपक्ष के दौरान देश -विदेश के लाखों लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की मुक्ति के लिए पिंडदान करने आते हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए इस साल पूरे मेला क्षेत्र को 17 सुपर ज़ोन, 43 जोन एव 324 सेक्टर में बांटा गया है. सभी सेक्टर में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, महिला दंडाधिकारी, महिला पुलिस पदाधिकारी एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं.
इस बार 40 से 50 हजार तीर्थयात्री एक साथ कर सकते हैं तर्पण
गया के जिला अधिकारी त्यागराजन एसएम ने बताया कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला 17 सितंबर से प्रारंभ होकर 2 अक्टूबर तक चलेगा. तीर्थयात्री गया जिले में आकर विष्णुपद, देवघाट सहित अन्य वेदी स्थलों में तर्पण करते हैं. पितृपक्ष मेला अवधि में तीर्थ यात्रियों को विधि व्यवस्था, यातायात व्यवस्था तथा अन्य आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है. जिलाधिकारी ने कहा कि 17 सितंबर को गोदावरी तालाब में तर्पण किया जाएगा, इसके पश्चात उक्त तिथि से लेकर दो अक्टूबर तक विभिन्न सरोवरों एवं पिंडवेदियों में तर्पण अनुष्ठान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि श्मशान घाट से लेकर गया जी डैम तक एक समय में एक साथ 40 से 50 हजार तीर्थयात्री एक साथ बैठकर तर्पण कर सकते हैं.
पिंडदानियों के लिए बन रहे टेंट सिटी में होगी कई सुविधाएं
पितृपक्ष मेले में देश विदेश सेआनेवाले पिंडदानियों के ठहरने के लिए बिहार सरकार गया शहर में टेंट सिटी का निर्माण करा रही है. शहर के गांधी मैदान इलाके में करीब 2500 पिंडदानियों के ठहरने की इसमें व्यवस्था होगी. पर्यटन विभाग की ओर से बन रहे इस टेंट सिटी में ठहरने के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जायेगा. सरकार ने इसे नि:शुल्क उपलब्ध कराने की बात कही है. गया के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि यह पूरी तरह निशुल्क आवासन स्थल है. यहांश्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है. साफ-सफाई बेहतर हो इसपर सबसे ज्यादा ध्यान रहेगा. किसी भी श्रद्धालु को कोई दिक्कत नहीं इसका पूरा खयाल रखा जाएगा.
सुख सुविधा के लिए बेहतरीन व्यवस्था का दावा
बिहार सरकार ने इस साल मेले में आनेवाले पिंडदानियों और श्रद्धालुओं की सुख सुविधा के लिए बेहतरीन व्यवस्था का दावा किया है. गांधी मैदान में बन रहे टेंट सिटी का डीएम ने पिछले दिनों जायजा लिया. डीएम डॉ. त्यागराजन ने गांधी मैदान पहुंचकर टेंट सिटी का पूरा नक्शा देखा. अधिकारियों के साथ बैठक की और निर्देश कई दिए. डीएम ने निर्देश दिया कि टेंट सिटी पूरी तरह हवादार होनी चाहिए. जमीन से कम से कम चार इंच का वुडेन फ्रेम कराएं, ताकि जमीन से पानी लगने की समस्या ना आए.
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सामान को सुरक्षित रखने की हो व्यवस्था
पत्रकारों से बात करते हुए डीएम ने कहा कि टेंट सिटी में सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं होंगी. एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे. जिसमें सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार के साथ-साथ गया के संबंध में सभी जरूरी जानकारी दी जायेगी. 24 घंटे पावर बैकअप, आठ घंटे की पालियों में सेक्यूरिटी गार्ड, साफ-सफाई, पेयजल, डस्टबिन, साइनेज आदि लगाए जाएंगे. साथ ही यहां सीसीटीवी, वीआईपी लॉज, शौचालय, स्वागत कक्ष, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, सेल्फी प्वाइंट, ड्रोन के माध्यम से निगरानी भी की जाएगी. डीएम ने संबंधित अभियंता को निर्देश दिया कि तीर्थयात्री तर्पण करने जाने के दौरान अपना सामान आवासन स्थल पर छोड़ देते हैं. सामान की चोरी ना हो इसकी विशेष व्यवस्था रखें. उन्होंने कहा कि टेंट सिटी सेफ्टी काउंटर लॉकर के साथ बनाए और टोकन सिस्टम के माध्यम से यात्रियों का सामान सुरक्षित रखें.
अन्य निर्देश
- टेंट सिटी के लिए दिए गए अन्य निर्देश
- बिजली के तार कवर्ड रखें, जिससेकोई घटना न हो
- गांधी मैदान के पास झाड़ियों को साफ कराएं
- गांधी मैदान के पास पहुंचनेके रास्तेको ठीक कराएं
- गांधी मैदान मेंफॉगिंग की भी व्यवस्था करवाएं
- अंदर वाली सभी पोल लाइट और हाई मास्ट लाइट दुरुस्त हो
- बनेगा ‘मेआई हेल्प यू’ का काउंटर