पीयूष का शव पहुंचा चेंई गांव, नहीं जला किसी घर में चूल्हा
प्रखंड की मंडा पंचायत की मुखिया संध्या वर्मा और रिटायर्ड सैनिक मंटू कुमार सिंह के 16 वर्षीय पुत्र पीयूष का शव सोमवार की रात करीब 11 बजे पैतृक गांव चेई में पहुंचते ही गांव का माहौल काफी गमगीन हो गया.
गुरुआ. प्रखंड की मंडा पंचायत की मुखिया संध्या वर्मा और रिटायर्ड सैनिक मंटू कुमार सिंह के 16 वर्षीय पुत्र पीयूष का शव सोमवार की रात करीब 11 बजे पैतृक गांव चेई में पहुंचते ही गांव का माहौल काफी गमगीन हो गया. शव को देखकर पीयूष की मां, दादा व दादी समेत पूरा परिवार दहाड़ मारकर रोने लगा. कई लोग उन्हें संभालने में लगे थे तो कई लोग रोने-पीटने में खुद को को भी नहीं संभाल रहे थे. कुछ देर के लिए वहां वातावरण बिल्कुल अजीब सा हो गया था. इधर दोपहर से ही पीयूष के दादा व मंडा पंचायत के पूर्व मुखिया रामलखन सिंह अपने अन्य परिजनों के साथ घर पर बैठकर शव आने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान चेंई गांव के अधिकतर घरों में सदमे के कारण चूल्हा तक नहीं जला. पीयूष अपने घर ही नहीं, पूरे गांव का काफी प्यारा बच्चा था. उसकी मरैत से परिवार के साथ आसपास के लोग भी काफी मायूस हैं. दो भाइयों में बड़ा पीयूष पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी कैरियर बना रहा था. लेकिन नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था और उसकी मौत हो गयी. पूरे परिवार को इस सदमे ने झकझोर दिया है.
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