IIM बोधगया का पीएम नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन, देखें खास Photos
प्रधानमंत्री ने जम्मू में आयोजित एक समारोह में 13,300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विभिन्न शिक्षा और कौशल विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इसी कड़ी में उन्होंने पटना, बोधगया और भागलपुर में आईआईटी, आईआईएम और ट्रिपल आईटी का उद्घाटन किया.
बोधगया में नवनिर्मित इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (IIM) के स्थायी परिसर का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ऑनलाइन रूप से उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही आईआईटी पटना के नवनिर्मित भवन और भागलपुर ट्रिपल आईटी के स्थायी भवन का भी उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार भी बिहार विधानसभा के अपने कक्ष से जुड़े.
पीएम ने कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन
दरअसल, प्रधानमंत्री जम्मू में आयोजित एक समारोह में 13,300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विभिन्न शिक्षा और कौशल विकास परियोजनाओं का उद्घाटन कर रहे थे. जिसमें 22 केंद्रीय विद्यालयों, 19 जवाहर नवोदय विद्यालयों सहित 12 केंद्रीय विश्वविद्यालय, 10 आईआईटी, 5 आईआईआईटी, 3 आईआईएम, 2 आईआईएसआर, 4 एनआईटी, एसआईसीटीई और 2 कौशल विकास संस्थानों की विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शामिल हैं. इसी कड़ी में पीएम ने पटना, बोधगया और भागलपुर में आईआईटी, आईआईएम और ट्रिपल आईटी का उद्घाटन किया.
बोधगया आईआईएम के उद्घाटन के मौके पर गया से जदयू सांसद विजय कुमार मांझी, ओटीए के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल पीएस मिन्हास, आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता सिंह सहाय समेत कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे. कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से की गई. इस अवसर पर संस्थान में अध्ययनरत विद्यार्थी उपस्थित थे. उद्घाटन के बाद संस्थान के छात्रों ने खुशी जाहिर की है.
2015 में स्थापित हुआ था आईआईएम बोधगया
2015 में शिक्षा मंत्रालय के तहत स्थापित, आईआईएम बोधगया 30 छात्रों के अपने उद्घाटन बैच से बढ़कर 293 शहरों और 26 राज्यों के 1110 से अधिक छात्रों के नामांकन तक पहुंच गया है. संस्थान ने शैक्षणिक उत्कृष्टता और समावेशी शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखी है, जिसमें 31.7 प्रतिशत से अधिक छात्र लड़कियां हैं.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है आईआईएम परिसर
परिसर में सर्वोत्तम और नवीनतम शिक्षा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किए गए अत्याधुनिक स्मार्ट क्लासरूम हैं. ज्ञान के केंद्र के रूप में स्थित प्रज्ञाथा लाइब्रेरी, ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के माध्यम से छात्रों के लिए विशाल संसाधनों का प्रबंधन करती है. शैक्षणिक सुविधाओं के अलावा, परिसर में अत्याधुनिक जिम सुविधाओं और बैडमिंटन, बास्केटबॉल, फुटबॉल और क्रिकेट के प्रावधानों के साथ एक खेल परिसर भी शामिल है.
वहीं, छात्रावास में बाजरा आधारित व्यंजनों पर ध्यान देने के साथ स्वस्थ जीवन पर जोर दिया जाता है. इसके अलावा परिसर में एक चिकित्सा केंद्र व फैकल्टी एवं स्टाफ के आवासों के लिए समर्पित चार टावरों से सुसज्जित है. आईआईएम बोधगया मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम (एमडीपी) व कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी (सीएसआर) जैसी गतिविधियों के माध्यम से समाज पर एक सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है.
संस्थान ने आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य का समर्थन करते हुए 3000 से अधिक सूक्ष्म उद्यमियों को प्रशिक्षित किया है. इसके अतिरिक्त आईआईएम बोधगया में पुलिस कर्मियों, बिहार पुलिस अकादमी व बिहार इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट (बिपार्ड) जैसे संस्थानों सहित लगभग 2000 प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है, जो संस्थान की प्रशासनिक उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करता है और जनसेवा भाव को बढ़ावा देता है.