प्रो डॉ धनंजय धीरज को मिला शिक्षा रत्न सम्मान
कालिंदी प्रकाशन नयी दिल्ली की ओर से शिक्षा रत्न से किया गया सम्मानित
कालिंदी प्रकाशन नयी दिल्ली की ओर से शिक्षा रत्न से किया गया सम्मानित
गया़
गया कॉलेज के शिक्षाशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ धनंजय धीरज को कालिंदी प्रकाशन नयी दिल्ली की ओर से शिक्षा रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार डॉ धीरज के उत्कृष्ट शोध पत्र व पुस्तकों के प्रकाशन एवं शैक्षणिक गतिविधियों में उनके योगदान को लेकर मिला है. डॉ धीरज लगभग दो दशकों से शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. डॉ धीरज ने पीजी व पीएचडी की उपाधि क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान एनसीइआरटी भुवनेश्वर से की. वहीं अपने कॅरिअर बतौर शिक्षक राजकुमारी उच्च विद्यालय सिंदुआरी कोच से की थी. फिर मगध विश्वविद्यालय बोधगया शिक्षा विभाग में 2008 से 2016 तक बतौर सहायक प्राध्यापक कार्यरत रहे. विभाग अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अपनी सेवाएं जेजे कॉलेज झुमरी तिलैया कोडरमा (विनोबा विश्वविद्यालय हजारीबाग) प्रदान की. 2017 से गया कॉलेज के शिक्षा शास्त्र विभाग में अध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं. डॉ धीरज एनसीइआरटी व एससीइआरटी के साधनसेवी के रूप में निरंतर कार्यशालाओं में अपना योगदान देते आ रहे हैं. इससे पूर्व 2019 में मगध रत्न सम्मान, लाइफटाइम अवॉर्ड इन एजुकेशन, इंडियन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन द्वारा स्वर्ण पदक भी प्राप्त कर चुके हैं. उपलब्धि पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सतीश सिंह चंद्र ने डॉ धीरज को शुभकामनाएं दीं. कई राष्ट्रीय शोध पत्र-पत्रिकाओं के संपादक मंडल के सदस्य होने के साथ-साथ डॉ धीरज इंटरनेशनल रिसर्च जनरल ऑफ एजुकेशनल लीडरशिप एंड मैनेजमेंट जिसका प्रकाशन कंटीन्यूअस प्रोफेशनल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट बैंकॉक थाईलैंड द्वारा किया जाता है, उसके संपादक मंडल के सदस्य भी हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है