लॉकडाउन : गया एयरपोर्ट पर आयेंगे विदेश गये बिहारवासी
लॉकडाउन की वजह से विदेशों में फंसे बिहारवासियों को वापस लाने की तैयारी शुरू हो गयी है. केंद्र व राज्य सरकार के स्तर पर इसका खाका तैयार किया जा रहा है.
गया : लॉकडाउन की वजह से विदेशों में फंसे बिहारवासियों को वापस लाने की तैयारी शुरू हो गयी है. केंद्र व राज्य सरकार के स्तर पर इसका खाका तैयार किया जा रहा है. इस बाबत शुक्रवार को मगध आयुक्त असंगबा चुआ आओ की अध्यक्षता में गया एयरपोर्ट पर अधिकारियों की बैठक होगी. इसके बाद दोपहर एक बजे से बोधगया स्थित बीटीएमसी के सभागार में अधिकारियों के साथ भी आयुक्त चर्चा करेंगे. इधर, विदेश से गया एयरपोर्ट पर लैंड करनेवाले यात्रियों के निबंधन व पूर्ण सुरक्षा के साथ उन्हें होटलों व विभिन्न संस्थानों में पहुंचाने और उनके वहां आवासन व भोजन की बेहतर व्यवस्था करने को लेकर आयुक्त ने विभिन्न कोषांगों का गठन किया है.
आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, स्वागत व निबंधन कोषांग का प्रभारी उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नौशाद आलम व उप निदेशक (सांख्यिकी) मोहम्मद सलीम अंसारी को बनाया गया है. परिवहन कोषांग की जिम्मेदारी संयुक्त आयुक्त मोहम्मद अफजालुर रहमान, आवासन कोषांग का प्रभारी संयुक्त निदेशक (शक्य) आभांशु कुमार व उपनिदेशक (एग्रो) महेंद्र प्रताप सिंह, स्वास्थ्य संबंधी कोषांग का प्रभारी उपनिदेशक (स्वास्थ्य) डॉ ब्रजेश कुमार सिंह व अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिवनारायण सिंह और सुरक्षा कोषांग का प्रभारी बोधगया डीएसपी सिंधु शेखर सिंह व अपर एसडीओ राजीव रोशन को बनाया गया है. तैयारियों में जुटे डीएम गया को राज्य का इंटरनेशनल ट्रैवलर एकोमोडेशन सेंटर बनाया गया है. राज्य सरकार के द्वारा इस तरह के संकेत मिलने के साथ ही जिला प्रशासन व एयरपोर्ट ऑथिरिटी तैयारियों में लग गया है. डीएम अभिषेक सिंह ने तैयारियों के संदर्भ में बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमेटी के साथ बैठक भी की है.
डीएम ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान बिहार के जो भी लोग विदेशों में फंस गये हैं, उन्हें वापस लाने की बात चल रही है. ऐसे लोग जब विमान से गया एयरपोर्ट पर उतरेंगे, तो कोविड 19 के प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें 21 दिनों तक कहीं न कहीं रखने की व्यवस्था की जायेगी. इसके लिए ही गया को इंटरनेशनल ट्रैवलर एकोमोडेशन सेंटर के तौर पर डेवलप किया जा रहा है, जो भी लोग गया एयरपोर्ट पर उतरेंगे उनकी वहीं स्क्रीनिंग की जायेगी. इसके साथ ही वैसे सभी होटल जहां लोगों को ठहराया जायेगा वहां भी मेडिकल टीम रहेगी.
बोधगया में किया गया होटल व मोनास्ट्री का चयन पर डीएम ने बताया कि गया एयरपोर्ट पर उतरने वाले लोगों को रखने के लिए बोधगया के होटल व मठों का चयन किया गया है. अभी तक जो सूची आयी है, उसमें सभी होटलों को मिला कर कुल 1860 कमरें और मोनास्ट्री को मिला कर 1000 से ऊपर कमरे हैं. यहां लोगों को कोविड 19 प्रोटोकॉल के तहत 21 दिनों के लिए क्वारेंटिन किया जायेगा. यहां रहनेवाले लोगों से होटल का चार्ज लिया जायेगा. सामान्य दिनों की तुलना में उन्हें होटल चार्ज में छूट मिलेगी. क्वारेंटिन पीरियड समाप्त होने के बाद लोगों को प्रशासन के द्वारा उनके अपने जिले भेजने की अनुमति व व्यवस्था की जायेगी. डीएम ने बताया कि तैयारियां हो चुकी हैं. अब विदेश मंत्रालय के निर्देश का इंतजार है.