गया. गरीबों को सरकार की ओर से जमीन का पर्चा व परवाना दिया गया, लेकिन 30 प्रतिशत लोगों का ही इस पर कब्जा हो सका है. 70 फीसदी जमीन पर राजद समर्थकों का कब्जा है. उक्त बातें केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को गोदावरी स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. उन्होंने कहा कि इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पहल करके सुधार लाना चाहिए, ताकि गरीबों को उनका हक मिल सके. भूमि सुधार में यहां पर ठीक से काम नहीं चल रहा है. इस काम को सुधारना बहुत जरूरी है. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने के लिए केंद्र की सरकार से मांग करेंगे. चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार देश में चुनाव समय पर करा रही है. हार मिलने के बाद विरोधी इवीएम को दोष देते हैं. हरियाणा में भाजपा की सरकार वापस आने पर इवीएम पर सवाल उठा रहे हैं. जम्मू काश्मीर के चुनाव में एनडीए को कैसे बहुमत नहीं मिला इस पर विश्लेषण किया जायेगा.
गंगाजल से खास फायदा नहीं, सोन से पानी लाने का सपना करेंगे पूरा
केंद्रीय मंत्री ने रामलीला का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए 700 करोड़ रुपये की योजना से सोन नदी से फल्गु नदी में पानी लाने का प्रस्ताव को स्वीकृति दिया गया था. उसे बदल कर गंगाजल लाने में यहां 600 करोड़ रुपये खर्च कर दिये गये. गंगाजल आने से किसानों को कोई खास फायदा नहीं हो सका है. उनका सपना था कि मरीज ड्राइव की तरह यहां नदी किनारे विकसित किया जायेगा. ताकि, यहां के लोगों को इससे रोजगार भी मिल सके. उन्होंने कहा कि उनके मंत्री रहते हुए इस सोन से पानी लाने के सपने को पूरा किया जायेगा.
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