बोधगया. पिछले कुछ वर्षों से आतंकियों के निशाने पर आ चुके तथागत की ज्ञानस्थली विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा कवच और सख्त होने वाला है. इसके लिए अब मंदिर परिसर में ही 24 घंटे 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे. मंदिर परिसर स्थित विभिन्न वाच टावरों व मोर्चों पर तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा जिनकी ड्यूटी खत्म हो जायेगी, वे भी मंदिर परिसर में ही मौजूद होंगे. इससे किसी विशेष स्थिति में तत्काल रूप से सभी पुलिसकर्मी मोर्चा संभाल सकेंगे और मुंहतोड़ जवाब दे सकेंगे.
पुलिसकर्मियों के लिए मंदिर परिसर में ही सभी सुविधाओं से युक्त आवासन की व्यवस्था की गयी है. पुलिस बैरक के रूप में नवनिर्मित भवन का लगभग कार्य पूरा हो चुका है और अगले कुछ ही दिनों में इसका इस्तेमाल होने लगेगा. पुलिस बैरक में 300 से ज्यादा बेड लगाने की व्यवस्था है और महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गयी है. नये भवन में फर्नीचर आदि के हल्के-फुल्के काम शेष हैं, जिसे जल्द ही पूरा करा लिया जायेगा. इसके बाद मंदिर की सुरक्षा में तैनात सभी सुरक्षाकर्मियों को नये भवन में शिफ्ट कर दिया जायेगा.
महाबोधि मंदिर की सुरक्षा को लेकर बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के साथ ही बिहार पुलिस व महिला बटालियन के हथियारबंद जवानों को तैनात किया गया है. इनकी संख्या 300 से ज्यादा है. मंदिर में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए हालांकि पहले से भी आवासन की व्यवस्था की गयी थी, पर यह अस्थायी है व कंक्रीट नहीं है.
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2013 में बम ब्लास्ट के बाद तत्काल रूप से बैरक के रूप में इसका निर्माण किया गया था और तैनात सभी पुलिसकर्मियों के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं है. ज्यादातर पुलिसकर्मियों को गया व बोधगया में किराये के कमरे लेकर रहना पड़ रहा है. लेकिन, अब सभी के लिए यहां सुविधा उपलब्ध हो जायेगी व इससे मंदिर का सुरक्षा कवच भी और पुख्ता हो जायेगा.