STF के हत्थे चढ़े कुख्यात नक्सली गुरुजी, गया-औरंगाबाद में 11 मामले हैं दर्ज

गया एसएसपी के मार्गदर्शन में गया पुलिस की विशेष टीम और एसटीएफ द्वारा संयुक्त अभियान में कई गंभीर अपराधों को अंजाम देने वाले नक्सली गोरेलाल रवानी को गिरफ्तार किया है. गोरेलाल पर 11 मामले दर्ज हैं.

By Anand Shekhar | June 24, 2024 7:52 PM

Naxalite Arrested In Gaya: औरंगाबाद और गया जिले में 2008 से लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम देने वाले कुख्यात नक्सली गोरेलाल रवानी उर्फ गुरुजी को टिकारी थाना क्षेत्र के झिलमिल गांव से स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने गिरफ्तार किया है. यह जानकारी सोमवार को एसएसपी आशीष भारती ने दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली गोरेलाल रवानी के खिलाफ औरंगाबाद जिले में पांच और गया जिले में छह मामले दर्ज हैं.

नक्सली हीरा के हत्याकांड में पुलिस कर रही थी तलाश

एसएसपी ने बताया कि 13 जून की देर रात हथियारों से लैस हमलावरों ने कोंच थाना क्षेत्र के कमलबिगहा गांव के रहने वाले जगनारायण यादव के 40 वर्षीय बेटे नक्सली जितेंद्र यादव उर्फ हीरा की हत्या गोली मार कर कर दी थी. उस वक्त जितेंद्र यादव अपने दलान में सो रहा था. इस मामले में जितेंद्र यादव के भाई उपेंद्र यादव के बयान पर अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज किया गया था.

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए टिकारी डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था. इस टीम ने 18 जून को औरंगाबाद एसपी व एसटीएफ के सहयोग से कोंच थाने के करमा गांव के रहने वाले अमरजीत यादव उर्फ जितेंद्र यादव, पांडेमपोखर गांव के रहने वाले अलखदेव यादव, कमलबिगहा-पुनियाबिगा गांव के रहने वाले संजय यादव और मनोहरपुर गांव के रहने वाले सुखेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया था. चारों से पूछताछ में जितेंद्र यादव की हत्याकांड में गोरेलाल रवानी उर्फ गुरुजी का नाम सामने आया था. तब से एसटीएफ गोरेलाल रवानी को गिरफ्तार करने में जुटी थी और उसे गिरफ्तार कर लिया.

गोरेलाल रवानी के खिलाफ 2008 में दर्ज हुई थी पहली प्राथमिकी

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली गोरेलाल रवानी के खिलाफ पहली प्राथमिकी बाराचट्टी थाने में 10 जून 2008 को नक्सली घटनाओं को लेकर आम्स एक्ट व सीएलए एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत 8 दर्ज की गयी थी. इसके बाद गोरेलाल रवानी या तो जेल गया या अंडरग्रांउड हुआ. 2008 के बाद गोरेलाल रवानी ने 2013 में अचानक अपनी सक्रिय औरंगाबाद जिले में बढ़ायी और लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया. 2013 में इसके खिलाफ औरंगाबाद जिले के सलैया थाना में इसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

2013 में गया में दो नक्सली घटना को अंजाम देकर फैलाई थी सनसनी

इसी दौरान गोरेलाल रवानी ने गया जिले के गुरुआ थाना क्षेत्र में दो-दो नक्सली घटनाओं को अंजाम देकर शेरघाटी अनुमंडल में सनसनी फैला दी. इस दौरान गुरुआ थाना में 18 फरवरी 2013 को प्राथमिकी और नौ जून 2013 को सीएलए एक्ट व यूएपी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. इसके बाद गोरेलाल यादव फिर औरंगाबाद जिले में प्रवेश कर गया और रफीगंज थाना, सलैया थाना व मदनपुर थाना क्षेत्र में लगातार तीन नक्सली घटनाओं को अंजाम देकर गहमागहमी का माहौल पैदा कर दिया था. इस दौरान नक्सली गोरेलाल रवानी के विरुद्ध सलैया थाना, रफीगंज थाना और मदनपुर थाना में मामला दर्ज किया गया.

एसएसपी ने बताया कि औरंगाबाद इलाके में तीनों घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह अपने दस्ते के साथ फिर गया जिले में प्रवेश कर गया और गुरुआ थाना इलाके में दो जुलाई 2014 और कोंच थाना इलाके में 17 मई 2015 को नक्सली घटना को अंजाम दिया. इस घटना को लेकर गोरेलाल रवानी के खिलाफ कोंच व गुरुआ थाने में आर्म्स एक्ट, सीएलए एक्ट व यूएपी एक्ट के तहत कोंच थाना और गुरुआ थाना में मामला दर्ज किया गया था. इसी दौरान इसके खिलाफ टिकारी थाने में आर्म्स एक्ट के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गयी.

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