Gaya News: सीयूएसबी में छात्रों को डाटा साइंस और मशीन लर्निंग का दिया जायेगा ज्ञान, NIELIT से मिलाया साथ
Gaya News: सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह ने कहा कि अब छात्रों को डाटा साइंस, मशीन लर्निंग, बिग डाटा एनालिटिक्स और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों का ज्ञान दिया जायेगा.
Gaya News: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप स्नातकोत्तर स्तर पर कौशल शिक्षा शुरू करने के उद्देश्य और क्षेत्र में समाज को प्रभावित करने के लिए प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके समाधान के उद्देश्य से दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) पटना के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है. सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह की उपस्थिति में सीयूएसबी के कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार राणा और नाइलिट पटना के कार्यकारी निदेशक प्रो नितिन कुमार पुरी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया. इस अवसर पर नाइलिट पटना से अंकित कुमार के साथ प्रो एचके निगम, डॉ सुनीत कुमार उपस्थित थे.
छात्रों को उभरती प्रौद्योगिकियों का दिया जायेगा ज्ञान
सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह ने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त की व आशा व्यक्त की कि क्षेत्र की आवश्यकता के साथ-साथ देश के विकसित भारत @2047 लक्ष्य के अनुरूप दोनों संस्थान छात्रों के कौशल सह अप-स्किलिंग में योगदान देंगे. कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार राणा ने कहा कि कुलपति प्रो केएन सिंह की पहल पर नाइलिट पटना के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है. नाइलिट पटना सीयूएसबी के एमएससी डाटा साइंस और एप्लाइड स्टैटिस्टिक्स के छात्रों के प्रशिक्षण व औद्योगिक परियोजनाओं में सहायता प्रदान करेगा. साथ ही, यह भी सहमति हुई है कि छात्रों को डाटा साइंस, मशीन लर्निंग, बिग डाटा एनालिटिक्स, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, सूचना सुरक्षा आदि जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों का ज्ञान दिया जायेगा. प्रो राणा ने कहा कि नाइलिट किसी भी कार्यक्रम में पंजीकृत सीयूएसबी के छात्रों के लिए इन क्षेत्रों में इंटर्नशिप/प्रोजेक्ट और अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर सकता है.
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जानें लक्ष्य
प्रो नितिन कुमार पुरी ने कहा कि उनका संस्थान ‘डेटा विज्ञान और एनालिटिक्स’ के क्षेत्र में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करता है जिससे छात्रों को प्रमुख उद्योग प्रथाओं व कौशल के आवश्यक ज्ञान से लैस करने के साथ लाइव प्रोजेक्ट्स और व्यावहारिक प्रशिक्षण के अलावा रोजगार के अवसर प्राप्त हो. एनईपी 2020 की तर्ज पर दोनों संस्थानों ने क्षेत्र को उभरती प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भर और रोजगार योग्य बनाने के लिए स्थानीय प्रतिभाओं को विकसित करने के उद्देश्य से काम करने व सहयोग करने पर भी सहमति व्यक्त की है. वहीं, पीजी पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए सहयोग करने के इरादे से उभरती प्रौद्योगिकियों में छात्रों को कुशल बनाने वाले विभिन्न अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, अनुसंधान (अनुप्रयुक्त और मौलिक दोनों) में गति पैदा करने का उद्देश्य भी शामिल है, जिसमें क्षेत्र की सामाजिक समस्याओं को का निदान किया जा सकता है.
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