सत्य, संवाद, अहिंसा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व सब को साथ लेकर चलना कानून है : डॉ पीके सिन्हा

किरानी घाट रोड स्थित अग्रसेन भवन के सभागार में अधिवक्ता परिषद बिहार प्रदेश के दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन का समापन रविवार को हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | June 9, 2024 10:41 PM

गया. कानून धर्म का पर्याय है. उक्त बातें शहर के किरानी घाट रोड स्थित अग्रसेन भवन के सभागार में अधिवक्ता परिषद बिहार प्रदेश के दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए परिषद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिन्हा ने कही. उन्होंने कहा कि इससे कानून के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ेगा. श्री सिन्हा ने कहा कि सत्य, संवाद, अहिंसा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व सब को साथ लेकर चलना कानून है. कानून का शासन बनाम प्राकृतिक न्याय विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करती हुई परिषद की राष्ट्रीय सदस्य शिखा सिंह परमार ने कहा कि अपनी बौद्धिक क्षमता से राष्ट्रीय सोच, सामाजिक परोपकार व संगठनात्मक माध्यमों से अधिवक्ता परिषद के लक्ष्यों को पूरा करने में परिषद के कार्यकर्ताओं को एक साथ व एक रूप में काम करना होगा. समाज के ज्वलंत विषयों पर प्राकृतिक न्याय के माध्यम से कानून का शासन स्थापित करना होगा. इसके लिए मंथन व चिंतन की आवश्यकता है. समापन समारोह को इनके अलावा धरणीधर सिंह, रवींद्र कुमार सिंह, चेतन कुमार, आमोद कुमार सिंह, डॉ शोभा चौबे सहित परिषद से जुड़े कई नेताओं ने संबोधित किया. समापन सत्र की शुरुआती दौर में जिले के अध्यक्षों व महामंत्री द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया. साथ ही संगठन विस्तार पर भी चर्चा की गयी. चेतन आनंद द्वारा बताया गया कि राजेंद्र बाबू की जयंती पर बिहार के सभी जिलों में पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधा रोपण का निर्णय लिया गया. समापन समारोह की अध्यक्षता संगठन के प्रदेश अध्यक्ष महेश प्रसाद सिंह व संचालन मधेपुरा के नवीन कुमार ने किया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version