गया. रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने बुधवार को किउल-गया रेलखंड की दोनों पटरियों का निरीक्षण किया. उन्होंने नवादा स्टेशन से तिलैया जंक्शन तक कराये गये दोहरीकरण के कार्य का निरीक्षण किया. इसके बाद डबल लाइन पर ट्रेनें दौड़ने लगीं. किऊल-गया रेलखंड के मानपुर जंक्शन से लखीसराय जंक्शन तक 124 किमी तक रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य अब पूर्ण हो चुका है. सीआरएस व डीआरएम के साथ कई अन्य अधिकारी ट्रायल ट्रेन में बैठकर नवादा तक पहुंचे. अधिकारियों ने ट्रॉली में बैठकर रेलवे लाइन, रेलवे पुल और सिग्नल का निरीक्षण किया. इस दौरान कुछ हल्की फुल्की कमियां मिलीं, उसे दूर करने का निर्देश भी दिया. डबल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू होने को लेकर सुबह से ही नवादा रेलवे स्टेशन पर चहल पहल थी. स्टेशन प्रबंधक से लेकर सभी रेलकर्मी ड्रेसअप में दिख थे.
आवागमन होगा आसान
दानापुर मंडल के नवादा-तिलैया तक रेलखंड के दोहरीकरण का काम अंतिम चरण में था. 17 किलोमीटर लंबे इस दोहरीकरण काम का रेलवे संरक्षा आयुक्त, पूर्वी परिमंडल कोलकाता ने निरीक्षण किया. इस दौरान विशेष ट्रेन व ट्रॉली रेलखंड पर तीव्र गति से स्पीड ट्रायल भी किया गया. कुल 129 किलोमीटर लंबे इस परियोजना के तहत अब तक 107 किलोमीटर रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य पहले में ही किया जा चुका था. शेष बचे नवादा से तिलैया के बीच दोहरीकरण परियोजना के तहत अंतिम चरण में इसका कार्य अब पूरा कर लिया गया है. इस के परियोजना पूरा होने से किउल-गया रेलखंड में ट्रेनों की गति में वृद्धि होगी. साथ ही क्षेत्र में औद्योगिक विकास भी होगा.
गाड़ियों का आवगमन होगा सहज
किऊल- गया तक 129 किलोमीटर दोहरीकरण का कार्य अलग-अलग चरणों में हुआ था. नवादा से तिलैया तक का ही काम बचा हुआ था. इसको भी अब पूरा कर लिया गया है. अब किउल-गया रेलवे स्टेशनों के बीच अब अप-डाउन दोनों पथों पर रेलगाड़ी दौड़ेंगी. इससे क्षेत्रवासियों को स्टेशनों में बेवजह गाड़ी खड़ी होने की नौबत नहीं आयेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है