गया. गणतंत्र दिवस पर सरकारी कार्यालय, शैक्षणिक, सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के कार्यालयों के साथ-साथ घरों में तिरंगा फहराया जाता है. गणतंत्र दिवस पर बाजार में तिरंगे की कमी नहीं हो, इसके लिए ग्राम निर्माण मंडल खादी ग्रामोद्योग समिति अभी से ही तिरंगा बनाने में जुट गया है. मानपुर स्थित समिति के कारखाने में बीते कई दिनों से तिरंगा बनाने का काम कारीगर द्वारा किया जा रहा है. समिति के मंत्री सुनील स्मिथ ने बताया कि इस बार भी तिरंगा चार अलग-अलग साइजों में बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि तैयार तिरंगे को समिति से जुड़े जिले में संचालित खादी भंडार की दुकानों पर बेचने के लिए उपलब्ध होगा. देश की शान व गौरव का प्रतीक तिरंगे का स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर विशेष रूप से कारोबार होता है. इन दोनों दिवस पर सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों घरों सहित प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहरता रहा है. अर्द्ध सरकारी संगठन खादी ग्रामोद्योग समिति द्वारा जीबी रोड में संचालित प्रतिष्ठान के प्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने कहा कि पर्याप्त मात्रा में इस बार तिरंगा बनवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीते वर्ष गणतंत्र दिवस पर करीब तीन हजार पीस तिरंगे की बिक्री हुई थी. इसकी तुलना में इस बार पांच हजार पीस तिरंगा बनवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस बार ग्राहकों को 48×72 (पांच सौ रुपये प्रति पीस), 36×54 (तीन सौ रुपये प्रति पीस), 24×36 (दो सौ से दो सौ पचास रुपये प्रति पीस) व 18×27 (सौ रुपये प्रति पीस) इंच के चार साइजों में उपलब्ध होगा. वहीं गांधी टोपी की कीमत 38 रुपये प्रति पीस होगी.
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