गया न्यूज : वर्णवाल परिवार सह अधिकार सम्मेलन. शोभायात्रा के साथ दूसरे दिन का कार्यक्रम शुरू
गया.
नगर वर्णवाल सेवा समिति के दो दिवसीय वर्णवाल परिवार सह अधिकार सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार की सुबह आजाद पार्क से भव्य शोभायात्रा निकाली गयी, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस आजाद पार्क पहुंचकर समाप्त हुई. झांसी की रानी, महाराजा अहिवरण सहित कई मनमोहक झांकी भी शोभायात्रा में शामिल थी. शोभायात्रा में महिला-पुरुष लोग पीले वस्त्र में सुसज्जित होकर अनुशासन के साथ नगर का भर्मण किये. इस दौरान कई स्थानों पर वर्णवाल परिवार द्वारा स्वागत भी किया गया. दोपहर बाद मंचीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ. सम्मेलन के माध्यम से समाज के बच्चे-बच्चियों, महिलाओं व विवाहित जोड़ियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से समाज के बीच अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया था, जिन्हें पुरस्कार स्वरूप शील्ड व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी, विशिष्ट अतिथि के रूप में बिहार प्रदेश अध्यक्ष बरनवाल वैश्य महासभा के राजकुमार प्रसाद उर्फ राजू वर्णवाल, दिल्ली से आये वरिष्ठ पत्रकार हरीश चंद्र वर्णवाल, प्रमोद लडडू भंडार के एमडी प्रमोद भदानी, छोटा नागपुर के कमिश्नर पवन कुमार, फिल्म निर्देशक राजीव वर्णवाल, बिटिया के डीसी सुमित कुमार सहित कई गणमान्य उपस्थित हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि जिस तरह आज आप लोगों में एकता है, राजनीति में भागीदारी करनी चाहिए. उन्होंने राजू वर्णवाल की मांग पर कहा कि जाति गणना में कई जातियों की संख्या सही-सही पेश नहीं की गयी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मामले में गंभीरता से बात करेंगे. जरूरत पड़ी, तो भारत सरकार के गृह मंत्रालय में भी इस मामले को रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि जिसकी जितनी हिस्सेदारी है, राजनीति उतनी भागीदारी मिलनी चाहिए.तेजस्वी यादव को विरासत में मिली है राजनीति
मंच से उतरने के बाद केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत के क्रम में तेजस्वी यादव के बयान पर प्रतिक्रिया दी. कहा कि तेजस्वी यादव कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में निर्णय लेने की क्षमता नहीं है, हम तो यह कहते हैं कि खुद तेजस्वी यादव में किसी तरह के निर्णय लेने की क्षमता नहीं है. वे किसी आंदोलन की उपज नहीं है. राजनीति उन्हें विरासत में मिली है. वहीं बीपीएससी परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा को रद्द करने की मांग पर कहा कि इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनना चाहिए. 912 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित हुई थी. 911 पर परीक्षा पूरी तरह सफल रही. एक केंद्र पर गड़बड़ी की बात आ रही है, ऐसे में परीक्षा रद्द होती है, तो 911 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों पर भी असर पड़ेगा. यह सही नहीं है. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए उचित जगह नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह देश के लिए बहुत कुछ किये हैं. उन्हें उचित सम्मान जरूर मिलना चाहिए. शाम में कोलकाता से आये प्रसिद्ध सोनू डांस ग्रुप की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गयी. कार्यक्रम में काफी संख्या में वर्णवाल समाज से जुड़े महिला पुलिस व बच्चे शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है