Gaya Junction: पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक (जीएम) छत्रसाल सिंह ने रविवार को गया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सभी प्लेटफॉर्म, स्टेशन परिसर, रिजर्वेशन काउंटर, टिकटघर, वेटिंग हॉल, फर्स्ट वेटिंग हॉल के साथ-साथ डेल्हा साइड चल रहे निर्माण कार्य को देखा. उन्होंने हेड क्वार्टर के प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ-साथ वरीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दिसंबर तक यहां का सारा काम पूरा कर लें. उन्होंने कहा कि रेलयात्रियों की सेवा करना हमारी पहली प्राथमिकता है.
दिसंबर 2024 तक यात्रियों को सुविधा मिलनी शुरू हो जायेगी
जीएम ने कहा कि विश्वस्तरीय बनाने के लिए गया जंक्शन का पुनर्विकास किया जा रहा है. इसके लिए हर स्तर पर कामकाज शुरू कर दिया गया है. दिसंबर 2024 तक यात्रियों को सुविधा मिलनी शुरू हो जायेगी. जीएम ने एक-एक योजना को देखा और उसे पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया. वहीं गया जंक्शन के पुनर्विकास से जुड़े मुद्दों पर उच्चस्तरीय बैठक की. जंक्शन के पुनर्विकास पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई.
गया स्टेशन पर होंगी तमाम सुविधाएं
पुनर्विकास के बाद गया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के स्टेशन पर आगमन व प्रस्थान के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गयी है. आगमन व प्रस्थान भवन का निर्माण व तीर्थ यात्रियों के लिए अलग भवन का निर्माण किया जायेगा. स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार ऐसे होंगे जिससे यात्रियों को भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा. वर्तमान की तुलना में मुख्य स्टेशन भवन के लिए 2.35 गुणा अधिक जगह तथा पार्किंग एरिया के लिए 4.9 गुणा अधिक जगह उपलब्ध होगा.
इसके अलावा, प्रतीक्षालय के लिए अतिरिक्त 6,400 वर्ग मीटर कॉनकोर्स एरिया, स्टेशन पर कुल 12 लिफ्ट व एस्केलेटर की सुविधा, मौजूदा 3,100 वर्ग मीटर प्लेटफॉर्म क्षेत्र और एफओबी का उन्नयन, अतिरिक्त टिकटिंग सुविधा, दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं, ग्रीन ऊर्जा के लिए स्टेशन भवन पर सौर पैनल का प्रावधान, रेन वाटर हार्वेस्टिंग का प्रावधान, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व अग्निशमन आदि की व्यवस्था होगी.
वर्षा जल संचयन भी होगा
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में स्टेशन पर स्थित रेल क्वार्टर्स, वेटिंग हॉल आदि को तोड़कर भूमि समतल की जायेगी. इसके बाद स्टेशन पर साइट ऑफिस, लेबर कैंप आदि बनाये जायेंगे. यह कार्य सितंबर में शुरू होने की उम्मीद है. पूरी परियोजना में निर्माण के साथ-साथ संचालन और रखरखाव के दौरान ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं होंगी. जो नवीनीकरणीय ऊर्जा के साथ कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन जैसे संसाधनों से युक्त होंगी. इससे सबकुछ बदल जायेगा.