बिहार में 19 सितंबर से पितृपक्ष मेला (Pitrupaksha Mela) शुरू हो रहा है. पिछली बार भी कोरोना (Covid19) के कारण मेले का आयोजन नहीं हुआ था. पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने इस बाबत पूछने पर कहा कि पितृपक्ष मेले अभी एक पखवारे का समय है. अभी कोरोना की स्थिति को देखते हुए स्थिति का अध्ययन किया जा रहा है. उम्मीद है कि इस बार पितृपक्ष मेले का आयोजन होना चाहिए. वैसे अन्तिम फैसला तो सीएम नीतीश कुमार को करना है.
दरअसल, 9 सितंबर से लगने वाले विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला (World Famous Pitrupaksha Mela in Gaya) के आयोजन को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है.पिछली बार भी कोरोना (Covid19) के कारण मेले का आयोजन नहीं हुआ था। हालांकि इस बार गृह विभाग की ओर से सार्वजनिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों को सशर्त अनुमति मिलने से मेले की उम्मीद जताई जा रही है. पिछली बार भी कोरोना (Covid19) के कारण मेले का आयोजन नहीं हुआ था. सूत्रों के अनुसार, मेले की घोषणा से अधिक भीड़ उमड़ने की आशंका है, जो कोरोना काल को देखते हुए घातक हो सकती है. ऐसे में बिना मेले के विधिवत घोषणा के ही पिंडदान व अन्य कर्मकांड का आयोजन करने की छूट मिल सकती है.
गयापाल समाज भी संशय में
देश भर से श्रद्धालु पितृपक्ष मेले में अपने पितरों का श्राद्ध व पिंडदान करने आते हैं. पहले एक माह पहले से ही इसकी तैयारी शुरू हो जाती थी. लेकिन, अब मेले में बस 18 दिनों का समय रह गया है, मगर अभी तक इसकी कोई सुगबुगाहट नहीं दिख रही है. हालांकि, अनलाक-6 में विष्णुपद मंदिर का पट खोलने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं और कर्मकांड भी हो रहा है. लेकिन पितृपक्ष मेला का आयोजन होगा कि नहीं, इस पर गयापाल समाज भी संशय में है.