पटना के गजेटियर में रहेगा 54 विभागों का ब्योरा, 15 अगस्त तक पूरा होगा 18 चैप्टर का फाइनल ड्राफ्ट
पटना जिला के गजेटियर की हार्ड कॉपी के साथ इ-कॉपी भी प्रकाशित की जायेगी. जिले की वेबसाइट के साथ-साथ सभी प्रमुख पुस्तकालयों एवं शिक्षण संस्थानों में यह उपलब्ध रहेगा.
पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने पटना जिले के गजेटियर के प्रकाशन के लिए जिलास्तरीय गजेटियर प्रारूप प्रकाशन समन्वय समिति की बैठक की. इसमें प्रारूप प्रकाशन में प्रगति की समीक्षा की गयी .डीएम ने कहा कि पटना जिले के गजेटियर सितंबर में प्रकाशित होने की संभावना है. गजेटियर में कुल 18 चैप्टर हैं. सभी 18 चैप्टर का अंतिम प्रारूप 15 अगस्त तक पूरा कर लिया जायेगा. समिति के समक्ष गजेटियर के चार चैप्टर की पांडुलिपि के अंतिम प्रारूप को प्रस्तुत किया गया.
इ-कॉपी भी प्रकाशित की जायेगी
डीएम ने कहा कि सभी प्रारूप में प्रामाणिक, लोकोपयोगी व रोचक जानकारी है. डीएम ने कहा कि प्रारूप तैयार होने के बाद इसे राजस्व व भूमि सुधार विभाग को भेजा जायेगा. उन्होंने कहा कि पटना जिला के गजेटियर की हार्ड कॉपी के साथ इ-कॉपी भी प्रकाशित की जायेगी. जिले की वेबसाइट के साथ-साथ सभी प्रमुख पुस्तकालयों एवं शिक्षण संस्थानों में यह उपलब्ध रहेगा.
54 विभागों की विवरणी रहेगी
डीएम ने कहा कि प्रकाशित होने वाले गजेटियर में लगभग 54 विभागों व कार्यालयों की हर विवरणी रहेगी. पटना जिले के साहित्य एवं संस्कृति, शिक्षा, स्थापत्य कला, भूगोल एवं प्राकृतिक संसाधन, प्रशासन, विधि-व्यवस्था एवं न्याय, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, पर्यटन, बैंकिंग सहित सभी तरह की सूचना एवं विवरणी रहेगी. यह प्रशासकों, शोधकर्ताओं, पत्रकारों, विद्यार्थियों, पर्यटकों, राजनेताओं, उद्योगपतियों एवं अन्य जिज्ञासु व्यक्तियों के लिए काफी उपयोगी होगा.
गजेटियर में पटना के आइकॉनिक इमारत सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र बापू सभागार, सभ्यता द्वार, ज्ञान भवन, बिहार संग्रहालय, प्रसिद्ध शैक्षणिक व प्रबंधन संस्थानों ,आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, ऐतिहासिक संरचनाओं, पर्यटन स्थलों आदि का उल्लेख रहेगा. जल-जीवन-हरियाली अभियान, कृषि रोड मैप, पटना स्मार्ट सिटी, पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन, ऊर्जा, आपदा प्रबंधन सहित सभी विषयों पर प्रामाणिक व प्रमाणित विवरणी उपलब्ध रहेगी.
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अंतिम प्रकाशन वर्ष 1970 में हुआ था
डीएम ने कहा कि पटना जिला गजेटियर का अंतिम प्रकाशन वर्ष 1970 में हुआ था. पिछले 53 साल में गतिविधियों में बहुत अधिक परिवर्तन एवं विस्तार हुआ है.बैठक में डीडीसी, अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी, अपर जिला दंडाधिकारी सामान्य भी उपस्थित थे.