सारण में अभी तक सूखी पड़ी दोनों नहरें, गेहूं पटवन के लिए किसान परेशान
Bihar News: दोनों नहरें छपरा प्रमंडल गंडक नदी के अंतर्गत आती हैं. एक बंगरा गांव व दूसरी नहर पसनौली गांव होकर विभिन्न गांव होते हुए सारण जिला को चली जाती हैं. अभी तक दोनों नहरें सूखी पड़ी हैं.
सारण जिले के महाराजगंज इलाके के किसान इनदिनों परेशान है. जनवरी का महीना शुरू हो गया. लेकिन क्षेत्र की नहरों में पानी नहीं है. ऐसे में समय से गेहूं व सरसों की सिंचाई नहीं हो पा रही है. किसानों को निजी संसाधनों के माध्यम से सिंचाई करनी पड़ रही है. महाराजगंज से गुजरने वाली दो बड़ी नहरें हैं. दोनों नहरें छपरा प्रमंडल गंडक नदी के अंतर्गत आती हैं. एक बंगरा गांव व दूसरी नहर पसनौली गांव होकर विभिन्न गांव होते हुए सारण जिला को चली जाती हैं. अभी तक दोनों नहरें सूखी पड़ी हैं.
किसानों की बढ़ी परेशानी
नवंबर के प्रथम पखवारे में बोयी गयी गेहूं की फसल की सिंचाई करनी है. जब पानी आने का समय है, तो नहर में पानी नहीं है. इस साल नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य भी नहीं हुआ है. गेहूं व सरसों की सिंचाई का समय भी निकल रहा है. जिन किसानों के पास निजी सिंचाई के साधन हैं. उनकी सिंचाई तो हो रही है, लेकिन जिनके पास निजी साधन नहीं है उनकी बोआई से लेकर सिंचाई तक पिछड़ रही है. कार्यपालक अभियंता शैलेश कुमार ने बताया कि विभाग की तरफ से पुनर्स्थापन में लाइनिंग का कार्य चल रहा है. वाल्मीकि नगर बराज से पानी बंद है, जिससे इस साल नहर में पानी आना संभव नहीं है.
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फसलों को बचाने की चिंता
शीतलहर किसानों के लिए एक समस्या बनकर खड़ी हो जाती है. इस दौरान ठंड अपनी चरम सीमा पर है. किसानों को अपनी फसलों को बचाने की चिंता सताने लगती है. गेहूं की पटवन नहीं होने के कारण फसल पीले पड़ने लगे है. फसलों पर पाला का असर दिखने लगा है. नहरों में पानी नहीं होने के कारण किसान परेशान नजर आ रहे है. गेहूं की फसल में सिंचाई लेट करने से इसका असर सीधे उत्पादन पर पड़ेगा.