पटना. स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग रहे घरों में बकाया बिजली बिल की राशि (एरियर) का भुगतान करने में उपभोक्ता उलझ रहे है. नियम के मुताबिक बकाया कुल राशि उपभोक्ताओं से 300 दिन के किस्त में वसूली जानी है. ऐसे में प्रतिदिन एक निश्चित राशि उपभोक्ता के प्रीपेड खाते से कट जाती है. लेकिन, इस बीच रिचार्ज में देरी या सर्वर में गडबड़ी के चलते मीटर का बैलेस गड़बड़ होने लगता है. ऐसे में कई बार इस बकाया राशि पर भी ब्याज लगने से उपभोक्ताओं के खाते से अधिक राशि कटने लगती है.
स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बैलेस को लेकर मिल रही गड़बड़ियों में सबसे अधिक शिकायत एरियर रखने वाले उपभोक्ताओं की है. ऐसे में बिजली कंपनी का प्रयास है कि बकाया रखने वाले उपभोक्ता पहले ही बकाया राशि जमा कर दें ताकि उनको जोड़-घटाव में उलझना न पड़े. इसके लिए कई जगह पर विशेष शिविर भी लगाये गये हैं. उपभोक्ताओं को किसी भी असुविधा से बचने के लिए खाते में नियमित रूप से बैलेस रखना चाहिए.
पहले के बकाया बिजली बिल राशि के भुगतान के लिए उपभोक्ताओं को 10 महीने (300 दिन) में किस्तों में भुगतान करने की सुविधा प्रदान की गयी है. मसलन अगर किसी उपभोक्ता के मीटर की बकाया राशि 3000 रुपये है, तो प्रत्येक दिन मीटर के बैलेस से फिक्सड चार्ज, मीटर रेट और ऊर्जा खपत के अलावा 10 रुपये की कटौती पूरे के बकाया के किस्त के रूप में की जायेगी. यह राशि 10 हजार रुपये होने पर बकाया किस्त की राशि प्रति दिन 33 रुपये होगी.
स्मार्ट प्रीपेड मीटर में आम तौर पर शिकायत रहती है कि रिचार्ज होने के बाद बैलेस अपडेट होने में कम से कम 24 घंटे का समय लगता है. लेकिन, बिजली कंपनी का दावा है कि 15 नवंबर 2022 से एजेसी इडीएफ बिहार बिजली स्मार्ट मीटर एप पर रियल टाइम बैलेस की सुविधा देने लगेगी. इससे उपभोकता सही समय पर बैलेस अपडेट के साथ ही किस मद में कितनी राशि काटी गयी है, इसे देख सकेंगे.