जल्दी करा लें ये काम वर्ना बंद हो जायेगी एलपीजी की सब्सिडी, जानें क्या है सरकार का नया निर्देश
मिनिस्ट्री ऑफ पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस के निर्देश के बाद अब डीबीटीएल से जुड़े सभी एलपीजी उपभोक्ताओं को गैस एजेंसी जाकर अपना बायोमेट्रिक लगाना होगा.यदि उपभोक्ता बायोमेट्रिक नहीं लगाते हैं तो आने वाले दिनों में उन्हें मिलने वाली सब्सिडी से वंचित रहना पड़ सकता है.
सीवान.अगर आप एलपीजी के उपभोक्ता हैं तो अपने गैस एजेंसी से जल्द बायोमेट्रिक पहचान कराने का कार्य पूरा कर लें. मिनिस्ट्री ऑफ पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस के निर्देश के बाद अब डीबीटीएल से जुड़े सभी एलपीजी उपभोक्ताओं को गैस एजेंसी जाकर अपना बायोमेट्रिक लगाना होगा.यदि उपभोक्ता बायोमेट्रिक नहीं लगाते हैं तो आने वाले दिनों में उन्हें मिलने वाली सब्सिडी से वंचित रहना पड़ सकता है. प्रधानमंत्री उज्वला योजना व पहले से जुड़े लाभार्थियों को बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया गया है. e KYC
अब ई केवाइसी कराना होगा जमा
बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण पूरा करने के लिए वितरक के पास जाकर उन्हें ई केवाइसी कराना होगा. इसके लिए गैस एजेंसियों ने एलपीजी उपभोक्ताओं का अंगूठा या आंख के माध्यम से बायोमेट्रिक का काम किया जाना है. उज्वला योजना के उपभोक्ता गैस एजेंसी में जाकर बायोमेट्रिक पहचान करवा भी रहे हैं. इसलिए एजेंसी में भीड़ देखने को भी मिल रहा है. इसके बाद सामान्य गैस कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं का बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण करना होगा.जिसके लिए भी तैयारियां चल रही हैं. जो जल्द ही शुरू कर दिया जायेगा.
बायोमेट्रिक से कनेक्शन मिले उपभोक्ताओं का नहीं होगा प्रमाणीकरण
इंडेन गैस एजेंसी के प्रबंधक रमेश कुमार ने बताया कि गैस एजेंसियों के माध्यम से जिले के गैस उपभोक्ताओं का ई केवाइसी किया जाना शुरू कर दिया गया है. सरकार के स्पष्ट निर्देश के आलोक में यह शुरू किया गया है. भारत सरकार ने ऐसे भी यह तय किया है कि किसी भी प्रकार के सब्सिडी पाने के लिए बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण जरूरी है. योजना को लेकर सामान्य उपभोक्ताओं को एलपीजी आइडी, आधार नंबर और बैंक खाता संख्या आइएफएससी कोड के माध्यम से जोड़ा गया था. जिसके बाद उपभोक्ताओं के बैंक खाते में सब्सिडी की राशि आनी शुरू हुई थी. जबकि इस योजना के लाभार्थियों को आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या व बैंक आइएफएससी कोड के माध्यम से जोड़कर सब्सिडी दी जा रही थी.
बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण अब सबके लिए अनिवार्य
अब प्रधानमंत्री उज्वला योजना के उपभोक्ताओं को गैस कनेक्शन ही बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के बाद दिया जा रहा है. यानी उपभोक्ता का बैंक खाता बायोमेट्रिक से ही जुड़ जा रहा है यही वजह है कि जिन उपभोक्ताओं को बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण कर कनेक्शन दिया गया है, उन्हें अब अलग से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण की आवश्यकता नहीं है.
सीवान में संचालित है 47 गैस एजेंसियां
सीवान जिले में एलपीजी के उपभोक्ता तकरीबन लाखों से अधिक है. इसमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के भी लाभार्थी है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना दो के तहत गैस कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं को विभिन्न कंपनियों के गैस एजेंसियों ने बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण करवा लिया है, यानी की पीएमयूवाइ-2 के उपभोक्ताओं को दोबारा बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण कराने की जरूरत नहीं है. जिले में कुल 47 गैस एजेंसी संचालित हैं. जिसमें भारत पेट्रोलियम यानी भारत गैस के 07, हिंदुस्तान पेट्रोलियम यानी एचपी गैस के 08 जबकि आइओसी यानी इंडेन गैस के 32 गैस एजेंसी हैं.