पटना. स्मार्ट सिटी भवन के परिसर में सोमवार को चेयरमैन संतोष कुमार मल्ल की अध्यक्षता में बैठक की गयी. इसमें शहर के कई विकास कार्यों में तेजी लाने की बात कही गयी. इसमें करीब 225 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को तय समय से पूरा करने पर चर्चा हुई.
गंगा किनारे लगेगी 40 फुट ऊंची यक्षिणी की मूर्ति
रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत गंगा पथ का विकास किया जाना है. इसमें दीघा गोलंबर से लेकर एएन सिन्हा पथ तक बिहार का इतिहास और सांस्कृतिक झलकियों को दर्शाया जायेगा. बताया जा रहा है कि परियोजना के तहत सभ्यता द्वार के आसपास ही 100 फुट ऊंचा हाइ मास्ट तिरंगा, 40 फुट ऊंची यक्षिणी की मूर्ति और लंदन आई के तर्ज पर पटना आई बनाया जायेगा.
लगभग 85 करोड़ की लागत से विकसित होगा गंगा किनारा
मालूम हो कि योजना के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है. इसकी कुल लागत लगभग 85 करोड़ है. बैठक में मेयर सीता साहू, बुडको प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार, पटना स्मार्ट सिटी के प्रबंध निदेशक अनिमेष कुमार पराशर, अपर सचिव नगर विकास आवास विभाग सुनील कुमार यादव और पटना स्मार्ट सिटी के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
तीन साल में होगा विकसित
इस परियोजना को तीन साल में विकसित करने की योजना है. यहां रेस्तरां, कैफेटेरिया, मॉल और बहुमंजिला पार्किंग, बच्चों और वरिष्ठ नागरिक पार्क, सांस्कृतिक और मनोरंजन केंद्र, ओपन जिम, जॉगिंग ट्रैक, छठ पर्व पर नौकायन के लिए तालाब और साइक्लिंग ट्रैक आदि सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी. महापर्व के दौरान गंगा तट पर पहुंचने वालों को भी इसका लाभ मिल सकेगा. रिवर फ्रंट और ग्रीन कॉरिडोर के विकास से राजधानी का यह स्थान बेहतरीन पर्यटन स्थल बन जायेगा.
10 जनवरी तक का रखा है लक्ष्य
इधर, कुर्जी से कलेक्ट्रेट तक गंगा चैनल भी बनाया गया था, जहां आज भी नाला बह रहा है. ऐसे में इस क्षेत्र को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित करने की योजना है. दीघा से समाहरणालय के बीच बनने वाले इस ग्रीन कॉरिडोर के लिए बिहार राज्य सड़क विकास निगम ने एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. एजेंसी के चयन के लिए 10 जनवरी तक का लक्ष्य रखा गया है.
गंगा पथ के दक्षिण बनेगा पार्किंग स्थल
गंगा पथ के दक्षिण में करीब दो हजार गाड़ियों के लिए मल्टी पार्किंग बनाने की भी योजना है. यहां गाड़ी लगाने के बाद लोग अंडरपास से होकर बाजार जा सकेंगे. इसके साथ ही यहां आने- जाने के लिए जेपी गंगा पथ से जगह-जगह पर संपर्क पथ भी बनेगा. इसका निर्माण पूरा हो जाने के बाद यहां का नजारा बेहद ही खूबसूरत लगेगा.
मौर्यालोक परिसर में बनेगी ऑटोमेटेड पार्किंग
मौर्यालोक परिसर में ऑटोमेटेड मल्टी लेवल कार पार्किंग तैयार की जानी है. इस ऑटोमेटेड पार्किंग में लगभग 150 कार पार्किंग की व्यवस्था होगी. यह बिहार का प्रथम स्वचालित कार पार्किंग होगी. फुट ओवर ब्रिज के माध्यम से मौर्यालोक के दोनों क्षेत्र जुड़े रहेंगे. मालूम हो कि इसके निर्माण का कार्य शुरु कर दिया गया है. इसकी लागत लगभग 29 करोड़ है.
बांस घाट पर नये विद्युत शवदाह गृह का निर्माण जारी
बांस घाट पर 81.21 करोड़ की लागत से विद्युत शवदाह गृह का निर्माण हो रहा है. इस शवदाह गृह में दो विद्युत और कई पारंपरिक शवदाह गृह बनने हैं. यहां पर तालाब, प्रार्थना कक्ष, ग्रीनरी और शवदाह गृह से संबंधित वेंडिंग जोन का भी निर्माण किया जाना है. मालूम हो कि निर्माण कार्य जारी है.
शहर में 50 जगहों पर लगेंगे वीएमडी
जिले में सूचनाओं और जन जागरूकता के लिए 50 स्थलों पर वेरिएबल मैसेज डिस्प्ले बोर्ड (वीएमडी) लगाये जायेंगे. इसकी लंबाई 5.5×2.75 मीटर व चौड़ाई 8.53×4.88 मीटर होगी. यह वन साइडेड होगा. इस पर प्रचार-प्रसार के माध्यम से पटना स्मार्ट सिटी को आर्थिक लाभ भी होगा. योजना की अनुमानित लागत लगभग 30 करोड़ है.