बिहार: पुलिस की वर्दी में स्कॉर्पियो से आते हैं बकरी चोर, थाने का चौकीदार भी हो चुका है शिकार
बिहार में चोरी का एक ऐसा मामला सामने आया है जो बेहद चौंकाने वाला है. मामला वैशाली जिले का है और बकरी री से जुड़ा हुआ है. बताया जा रहा है कि बिहार में बकरी चुराने वाले गैंग के सदस्य अब पुलिस की वर्दी पहन कर स्कॉर्पियो से आते हैं और चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं.
हाजीपुर. बिहार में चोरी का एक ऐसा मामला सामने आया है जो बेहद चौंकाने वाला है. मामला वैशाली जिले का है और बकरी री से जुड़ा हुआ है. बताया जा रहा है कि बिहार में बकरी चुराने वाले गैंग के सदस्य अब पुलिस की वर्दी पहन कर स्कॉर्पियो से आते हैं और चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. ताजा मामला बिदुपुर थाना इलाके के अमेर गांव का है. यहां रात के वक्त दो स्कॉर्पियो पर सवार होकर बकरी चोर गिरोह के सदस्य पहुंचे. पुलिस की वर्दी इन लोगों ने गांव वालों को हड़काया और शराब की तलाशी के बहाने बकरियां उठा कर वहां से निकल गये.
बकरी की चोरी होने से परेशान हैं लोग
जानकारी के अनुसार वैशाली जिले के कई गांवों के लोग आजकल अपनी बकरी की चोरी होने से परेशान हैं. बताया जाता है कि यहां एक बकरी चोर गिरोह सक्रिय है. गिरोह बड़ी चतुराई और अनोखे अंदाज में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. गांव में घूम रही बकरी इस गिरोह के निशाने पर हैं. इस गिरोह के सदस्य पुलिस की वर्दी में स्कॉर्पियो से चलते हैं. कोई गांव का आदमी इनसे सवाल करे उससे पहले ही ये उन्हें हड़का देते हैं. जाते वक्त वो टोले की बकरियां उठा ले जाते हैं. वैशाली के लोगों को शराबबंदी के नाम पर डरे हुए ग्रामीणों को इसका हर्जाना अपनी बकरी देकर चुकाना पड़ रहा है.
एक दिन चोरी हो गयी 21 बकरियां
इस गिरोह का राज तब खुला जब अमेर गांव में इस गिरोह ने 21 बकरियां चुरा ली. गिरोह ने थाने के चौकीदार को भी नहीं बख्शा. चौकीदार कुंदन भगत के टोले में भी पुलिस की वर्दी में पहुंचे इन चोरों ने शराब की जांच के नाम पर दहशत फैलाया और फिर कुंदन समेत कई लोगों के यहां से बकरियां लेकर चलते बने. मंगलवार को जब पीड़ित परिवारों ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई तो गिरोह का खुलासा हुआ. पुलिस अब इस गिरोह की तलाश में है. पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि यह गिरोह आखिर वैशाली में क्यों सक्रिय है. इस गिरोह के पास स्कॉर्पियो गाड़ी कैसे आई और अगर गिरोह के सदस्य इतने हाईप्रोफाइल हैं, तो यह बकरियां क्यों चुरा रहे हैं.