खगड़िया : वैसे तो भगवान पूरी दुनिया की सुरक्षा करते हैं, मगर मठ-मंदिरों से मूर्ति तक चोर उठा ले जा रहे हैं. भक्त कह रहे हैं घोर कलयुग आ गया. पुलिस भी प्राथमिकी कर छानबीन के नाम भगवान को भटकने को छोड़ दे रहे हैं. पिछले कई साल में विभिन्न जगहों पर मूर्तियों की चोरी की वारदात ने पुलिस को भी भगवान की सिक्यूरिटी बढ़ाने पर मजबूर कर दिया है.
भगवान के घर में चोरी की घटनाएं नयी नहीं हैं. पहले भी कई बार तस्कर जिले के ऐतिहासिक मंदिरों को अपना निशाना बना चुके हैं. ताजा मामले में बिहार में खगड़िया जिले के गोगरी बाजार के प्रसिद्द लाल दुर्गा मंदिर के गेट को फांदकर शनिवार की रात झांप, नथिया, पायल, बिछिया, नथ और सोना का टिकली सहित एनी बहुमूल्य जेवरात चोरी कर ली गयी. मंदिर में चोरी की घटना के बाद गोगरी पुलिस की नींद हराम हो गयी है.
सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी राज्य के मठ-मंदिरों से कीमती व प्राचीन मूर्तियों, जेवरात और नगदी की चोरी की घटनाएं नहीं रुक रही हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि लाखों-करोड़ों की संपत्ति वाले मठ-मंदिरों की सुरक्षा का भी कोई खास इंतजाम नहीं है. इस कारण चोर इन मंदिरों को आसानी से निशाना बना रहे हैं. खगड़िया जिले के विभिन्न मंदिरों में स्थापित कीमती अष्टधातु की मूर्तियों और जेवरात पर चोर गिरोह की अब भी नजर है. विदेशों में इन मूर्तियों की काफी मांग है.लगातार मंदिरों में हो रही चोरी की घटनाओं ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है.
मूर्ति चोरी की घटनाओं से पुलिस की उड़ी नींद
खगड़िया जिला के करीब आधा दर्जन थाना क्षेत्र के ठाकुरबाड़ी, मठ और प्राचीन मंदिर में कई बार चोरों नें मूर्ति और जेवरात चुराकर अपना हाथ साफ कर लिया है, जबकि कई बार चोर मौके पर पकड़े भी जा चुके हैं. इसके बाद भी फिर से रुक-रुक कर मूर्ति चोरी की घटनाएं लगातार सुनने में आने लगीं और पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार जिले के विभिन्न मंदिरों से अभी तक करीब एक दर्जन मूर्तियां चोरी हो चुकी हैं.
दूर तक फैला है तस्करों का जाल
इस क्षेत्र में मूर्ति तस्करों का मजबूत और बहुत दूर तक जाल फैला हुआ है और तमाम प्रयासों के बावजूद पुलिस महज कुछ ही मूर्तियां बरामद कर सकी है.वहीं पुलिस का कहना है कि मूर्ति चोरी को पुलिस विभाग गंभीरता से ले रहा है और इस गिरोह को पकड़ने का जिम्मा विशेष टीम को सौंपा गया है. यह गिरोह पुरातात्विक महत्व की मूर्तियों को चुराकर इनका सौदा विदेशी तस्करों से कर मोटी रकम हासिल करते हैं.
पूर्व में मंदिर-मठों में चोरी की घटनाओं पर एक नजर
केस 1 (वर्ष 2000) : खगड़िया के सन्हौली गांव से तीन सौ वर्ष पुरानी राम, जानकी व लक्ष्मण की मूर्तियां तस्कर हथियार के बल पर लूट कर ले गये थे. इनकी कीमत पांच करोड़ के आसपास आंकी गयी थी.
केस 2 (06 मई 2014) : परबत्ता थाना क्षेत्र के विषौनी गांव स्थित ठाकुरबाड़ी से चोरों ने दीवार तोड़ कर मंदिर के अंदर से चार कीमती अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर ली थी. चुराई गयी मूर्तियों की कीमत लाखों में आंकी जा रही है.भगवान रामचंद्र, सीता व लक्ष्मण के अलावा भगवान कृष्ण के मूर्ति की चोरी की गयी थी.
केस 3 (23 मार्च 2015) : चौथम थाना क्षेत्र के देवका गांव स्थित मनसा देवी मंदिर से चोर नें ताला तोड़कर नाग कन्या की कीमती मूर्ति चोरी की लिया था.जब मंदिर के अन्दर का ताला खोला गया था तो देखा कि मंदिर से देवी व गणेश की मूर्ति गायब है.
केस 4 (10 अप्रैल 2017) : बेलदौर थाना क्षेत्र के कुर्बन पंचायत के ठाकुरबाड़ी में रात को मधेपुरा जिला के आलमनगर थानान्तर्गत इटहरी गांव निवासी भैय्याजी ऋषिदेव के पुत्र गुलशन कुमार नामक युवक ने मंदिर में घुस कर मूर्ति और आभूषणों को चुराने का प्रयास किया.लेकिन स्थानीय लोगों और पुजारी के द्वारा चोर को पकड़ लिया था.
केस 5 (23 अप्रैल 2018) : चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत राधे कृष्ण ठाकुरबाड़ी चौथम से अज्ञात चोरों द्वारा भगवान लड्डू गोपाल व राधे की मूर्ति चोरी कर ली गयी थी. इसके बाद पुलिस लगातार खोजबीन कर रही थी. पुलिस की दबिश के कारण राधे की मूर्ति 17 मई 2018 को कैथी के पास बीएन तटबंध पर फेंक दिया गया.मां राधे की मूर्ति एक बोरे में भूसे डाल कर फेंक दिया गया था.जिसे सुबह ग्रामीणों ने देखा तो पुलिस को खबर दी.
केस 8 (14 मार्च 2020) : गोगरी के लाल दुर्गा से चोरों नें दुर्गा के प्रतिमा से बहुमूल्य कीमती जेवरात को चोरी कर आराम से फरार हो गया.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
गोगरी के लाल दुर्गा मंदिर में जेवरात चोरी मामले में पुलिस सक्रियता से छापेमारी कर रही है.जल्द ही चोरों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेजेगी. (इंस्पेक्टर राघवेन्द्र कुमार सिंह, थानाध्यक्ष गोगरी)