बिहार के आठवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के छात्र अपने इनोवेटिव आइडिया सीधे नासा में भेज सकते हैं. दरअसल, इंडियन एसोसिएशन ऑफ एडवांस रिसर्च की ओर से शनिवार को आरडीएस काॅलेज में एस्ट्रोनाॅमी और एस्ट्रोफिजिक्स विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. नासा के सिटीजन साइंटिस्ट और बीबी कॉलेजिएट के छात्र दिव्य प्रकाश ने कहा कि 8 से 12वीं के छात्र अपने इनोवेटिव प्रोजेक्ट, रिसर्च और आइडिया नासा को भेज सकते हैं. नासा एसटीइएम एंगेजमेंट के मार्गदर्शन विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देने का एक शानदार अवसर है. छात्रों को खगोल विज्ञान, खगोल भौतिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स सीखने में आसानी होगी. इसके लिए मुफ्त ऑनलाइन संसाधनों से लेकर बुनियादी पाठ्यक्रम, व्याख्यान, वीडियो उपलब्ध है.
कई स्कूल के बच्चे कार्यक्रम में हुए शामिल
कार्यशाला में कई विद्यालयों के बच्चे शामिल हुए. दिव्य प्रकाश ने कहा कि नासा की ओर से उन्हें स्कूली बच्चों के इनोवेटिव रिसर्च को भेजने के लिए प्रेरित करने का टास्क दिया गया है. नासा में आइडिया भेजने के लिए नोबेल क्लेम पोर्टल पर जाना होगा. इसमें दो पोर्टल आते हैं इरॉक्स और ड्रिवे डाटा. दूसरी विधि है नासा की एसटीइएम पोर्टल पर विद्यार्थी रिसर्च और इनोवेशन भेज सकते हैं. नासा के मापदंडों पर खरा उतरने के बाद बच्चों को आमंत्रित किया जाता है. बच्चों को इंटनरेशनल एस्ट्रॉनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स कंपेटीशन की जानकारी भी दी गयी. इस अवसर पर आरडीएस कॉलेज की पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, प्राचार्य डॉ अमिता शर्मा, बीबी कॉलेजिएट के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार राय और डीपीओ माध्यमिक इंद्र कुमार कर्ण आदि थे.