Ranchi News: रिम्स में पहली बार हुई रोबोटिक सर्जरी, बिहार की मरीज का हुआ सफल ऑपरेशन
डॉ निशीत ने बताया कि महिला बिहार के सीतामढ़ी से इलाज कराने रिम्स आयी थी. पेट में तेज दर्द और गैस्ट्रिक की समस्या से पीड़ित महिला को परिजन सर्जरी विभाग में परामर्श के लिए लाये थे. अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांच के बाद सर्जरी करने का फैसला लिया गया.
Robotic Surgery in RIMS Ranchi: झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में भी रोबोटिक सर्जरी शुरू हो गयी है. रिम्स में डॉक्टरों ने रोबोट के सहयोग से 54 वर्षीय महिला के गॉल ब्लैडर की सर्जरी की. लेप्रोस्कोपिक विधि से रोबोट की मदद से सर्जन डॉ निशीत एक्का व उनकी टीम ने ऑपरेशन कर गॉल ब्लैडर से स्टोन निकाला. वहीं, वहां के सूजन को कम करने के लिए भी सर्जरी की गयी.
बिहार के सीतामढ़ी की महिला की हुई सर्जरी
डॉ निशीत ने बताया कि महिला बिहार के सीतामढ़ी से इलाज कराने रिम्स आयी थी. पेट में तेज दर्द और गैस्ट्रिक की समस्या से पीड़ित महिला को परिजन सर्जरी विभाग में परामर्श के लिए लाये थे. अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांच के बाद सर्जरी करने का फैसला लिया गया. उन्होंने बताया कि रोबोटिक मशीन का उपयोग कर लेप्रोस्कोपिक विधि से सर्जरी की जाती है. इससे ज्यादा चीरा नहीं लगाना पड़ता है.
टीम में शामिल थे ये डॉक्टर
उन्होंने बताया कि रोबोट में लगे उपकरण शरीर के अन्य भाग को क्षति पहुंचाये बिना जगह पर पहुंच जाते हैं और सर्जरी कर दी जाती है. डॉक्टरों को भी सुविधा होती है और मरीज भी कम समय में स्वस्थ हो जाता है. ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ अभिनव रंजन, डॉ नेहा चटर्जी व डॉ शाश्वत शामिल थे.
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विभागाध्यक्ष ने भी किया सहयोग
विभागाध्यक्ष डॉ शीतल मलुआ, डॉ आरजी बाखला, डॉ डीके सिन्हा, डॉ पंकज बोदरा, डॉ नाबू, डॉ निमिष, डॉ अरविंदन, डॉ सृष्टि, डॉ सुप्रिया और डॉ सौरव ने भी सहयोग किया.
रोबोट के बारे में दी संक्षिप्त जानकारी
कंपनी के ट्रेनिंग हेड प्रो डेविड डगलस ने रिम्स के डॉक्टरों को रोबोट के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रोबोट से सर्जरी सटीक और आसान हो जाती है. डॉक्टर व मरीज दोनों के लिए यह सुविधाजनक है.