छपरा. बिहार में शिक्षा की तस्वीर धीरे-धीरे ही सही लेकिन बदल रही है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए विभाग दिन रात लगा हुआ है. विभाग के प्रमुख्स केके पाठक खुद सुबह से शाम तक स्कूलों की स्थिति से अवगत होने के लिए जिला और प्रखंड स्तर तक निरीक्षण कार्य कर रहे हैं. केके पाठक शिक्षकों से एक ही बात कह रहे हैं कि शिक्षक अपना काम करें, बाकी काम शिक्षा विभाग करेगा. केके पाठक एक ओर शिक्षकों से यह वायदा करते हैं और दूसरी ओर सारण जिले में 6000 से अधिक शिक्षक उदास हैं, परेशान हैं और सवाल करते हैं कि जब सबको वेतन मिल रहा है तो हम लोगों को क्यों नहीं. इन शिक्षकों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, नये साल से पहले सभी शिक्षकों को बकाया वेतन दे दिया जाएगा.
वेतन नहीं मिलने से मायूस हैं शिक्षक
बिहार सरकार उम्मीद कर रही है कि सभी शिक्षक बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे, दूसरी ओर विभाग इन शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं दे पा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि खाली पेट शिक्षक कैसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे पाएंगे. कुछ दिन बाद नया साल आ रहा है. नव वर्ष से पहले वेतन नहीं मिलने से शिक्षक मायूस हैं. शिक्षकों का कहना है कि नए साल से पहले विभाग को वेतन का भुगतान कर देना चाहिए.
हर माह वेतन शिक्षकों को मिलेगा
शिक्षकों का कहना है कि कुछ दिन पहले ही केके पाठक ने कहा कि था कि वेतन को लेकर शिक्षकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. हर माह वेतन शिक्षकों को मिलेगा और समय से मिलेगा. केके पाठक बार-बार शिक्षकों से एक ही वादा कर रहे हैं कि सैलरी के लिए टेंशन नहीं लेना है. सरकार सभी शिक्षकों को समय पर वेतन देगी.
सबसे अधिक इनको है परेशानी
जानकारी के अनुसार, वेतन को लेकर सबसे अधिक उन शिक्षकों की परेशानी है, जिनका वेतन जीओबी खाते से जाता है. बताया जा रहा है कि उनका आवंटन समय पर प्राप्त नहीं हो पाता है. आवंटन आने में तीन से चार माह लग जाते हैं. ऐसे में शिक्षकों को तीन-चार माह तक कर्ज लेकर ही सारा काम करना पड़ता है.
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आवंटन के दायरे में आते हैं ये स्कूल
आवंटन के दायरे में कक्षा एक से आठ तक स्कूल आते हैं. इन शिक्षकों की संख्या सारण जिले में 12000 के आसपास है. इन शिक्षकों में से जिनका भुगतान समग्र शिक्षा अभियान के खाते से होता है, उनका बकाय कम रहता है. वहीं, हाई स्कूलों में भी नियोजित शिक्षकों की स्थिति लगभग यही है. रिपोर्ट है कि उनका भी दो माह से अधिक का बकाया है. बताया जा रहा है कि हाई स्कूल के नियोजित शिक्षकों का नवंबर और दिसंबर महीने का वेतन प्राप्त नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि कक्षा एक से आठ तक के लगभग 6000 शिक्षकों का सितंबर से दिसंबर तक का बकाया है.
तीन दिन के अंदर खाते में आएंगे पैसे
सारण के डीपीओ स्थापना शाखा धनंजय पासवान ने बताया कि तीन दिन पहले ही आवंटन प्राप्त हुआ है. आवंटन मिलते ही सीधे शिक्षकों के खाते में रुपये भेज दिए जाएंगे. सितंबर, अक्टूबर और नवंबर का भुगतान दिन दिन के अंदर कर दिया जाएगा. जिनका भी बकाया है, उन्हें वेतन मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बार देरी हुई है, लेकिन हम लोग ऐसी व्यवस्था करने में लगे हुए हैं जिससे आनेवाले दिनों में शिक्षकों को इतना लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.