गया. संत कबीर द्वारा लिखी गई पंक्तियां ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोय’ उस वक्त सही साबित होते हुए देखी गई जब शनिवार को गया जिले के पहाड़पुर स्टेशन पर एक व्यक्ति की लापरवाही के कारण उसकी जान पर बन आयी लेकिन फिर उसकी जान बच गई. दरअसल रेलवे स्टेशन पर 65 वर्षीय बालो महतो के ऊपर से मालगाड़ी ट्रेन गुजर गई पर उस बुजुर्ग के शरीर पर एक खरोंच तक नहीं आई. इस घटना ने वहां मौजूद लोगों के होश उड़ा दिए.
गौरतलब है कि पहाडपुर स्टेशन की अप लूप लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी, इसी दौरान मोरहे निवासी 65 वर्षीय बालो महतो मालगाड़ी के नीचे से रेलवे ट्रैक को पार कर रहे थे. इसी दौरान मालगाड़ी चल पड़ी. इस दौरान बालो महतो ने सूझबूझ का परिचय दिया व रेलवे ट्रैक के बीच सो गये. इस बीच मालगाड़ी उनके उपर से गुजर गयी. इस दौरान मौके पर उपस्थित ग्रामीणों के द्वारा भी बार-बार नहीं उठने की लगातार हिदायत दी जाती रही. वहीं, मालगाड़ी के गुजर जाने के बाद बालो महतो के सकुशल बच जाने पर लोगों ने राहत की सांस ली.
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना शनिवार को गया-कोडरमा रेलखंड के पहाड़पुर रेलवे स्टेशन पर सुबह साढ़े दस बजे घटी. जब 65 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति मालगाड़ी के नीचे से रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे, इसी दौरान प्लेटफॉर्म पर खड़ी मालगाड़ी चल पड़ी और बुजुर्ग की जान पर बन आई. लेकिन उन्होंने सूझ बूझ दिखाई और ट्रैक पर लेट गए, इस कारण से उनकी जान बच गई. इस दौरान एक पल के लिए लगा की बुजुर्ग की तो जान ही निकल गई, लेकिन जब ट्रेन चली गई और वो सुरक्षित दिखें तो मौके पर मौजूद लोगों की जान में जान आई. इस पूरे घटना के दौरान बुजुर्ग को एक खरोंच तक नहीं आई.