भागलपुर : स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय (80) और उनकी 22 साल पुरानी नौकरानी रेणु (50) की दो दिन पहले हुई जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कामयाबी पाते हुए उनके किरायेदार मुख्य संदिग्ध और आरोपी गोपाल भारती सहित तीन आरोपितों को पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है. तिलकामांझी थाना क्षेत्र के नवाबबाग कॉलोनी स्थित अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय के घर उनकी और उनकी नौकरानी का शव शुक्रवार सुबह मिलने के बाद भागलपुर सहित पूरे बिहार में सनसनी मच गयी थी. कामेश्वर पांडेय बिहार के नामी वकील थे. कई बड़े और नामी मुकदमें बिहार के साथ-साथ झारखंड में लड़ चुके थे.
उनकी हत्या से हड़कंप मच गया था. वकीलों ने पुलिस को चेतावनी दी थी कि अगर जल्द हत्यारे नहीं पकड़े गये, तो वह आंदोलन करने को बाध्य होंगे. इस हत्याकांड में अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय के घर रह रहे रेंटर गोपाल भारती और उसके साथियों के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कराया गया. मामले की जांच में पुलिस को घटनास्थल से ही रेंटर गोपाल भारती के विरुद्ध पुख्ता साक्ष्य हाथ लगे. इधर, पुलिस ने मामले में 24 घंटे के भीतर एक हत्यारे रविश कुमार को शहर से गिरफ्तार कर लिया.
कोलकाता पुलिस की सहायता से धराया गोपाल
पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह कोलकाता पुलिस की मदद से गोपाल भारती सहित मामले में फरार अन्य दो अभियुक्तों को भी कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद कोलकाता से अभियुक्तों को भागलपुर लाने के लिए पुलिस टीम को वाहन और बल सहित रवाना कर दिया गया. मामले में हुई गिरफ्तारी की पुष्टि भागलपुर एसएसपी आशीष भारती ने की है.
एक साल से चल रहा था गोपाल का विवाद
पुलिस को आस पास के लोगों से पूछताछ में जानकारी मिली थी कि किरायेदार गोपाल भारती और कामेश्वर पांडेय के बीच पिछले एक साल से घर खाली कराने को लेकर विवाद चल रहा था. हत्या के बाद गोपाल ने अधिवक्ता की लग्जरी सियाज कार नकदी और प्रॉपर्टी के पेपर भी लेता चला गया था. हालांकि कार को पुलिस ने 24 घंटे के बाद ही किशनगंज के किनारे से बरामद किया गया था.
एसएसपी बोले- अपराधियों के पास एक लोडेड कट्टा भी था
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि घटना के दौरान अपराधियों के पास एक लोडेड कट्टा भी था. जिसे गिरफ्तार रविश की निशानदेही पर बरामद किया गया है. पुलिस का मानना है कि उक्त कट्टा के बट से ही मारकर अधिवक्ता और उनकी नौकरानी के सिर पर वार कर जख्मी किया गया था. उक्त कट्टा को एफएसएल लैब भेज कर रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि होगी. शनिवार सुबह गिरफ्तार किये गये अभियुक्त रविश कुमार को रविवार को मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में प्रस्तुत किया गया. जहां से कोर्ट द्वारा उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.