बिहार उपचुनाव: BJP और महागठबंधन के बीच तेज हुई जुबानी जंग, मैदान में एक- दूसरे पर कर रहे हैं छींटा कसी

बिहार विधानसभा के गोपालगंज और मोकामा सीट पर उपचुनाव होने वाला है. इसको लेकर बीजेपी और महागठबंधन के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. शुक्रवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार करने गोपालगंज पहुंच थे. वहीं, बीजेपी भी काफी एक्टिव दिख रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2022 12:51 PM

गोपालगंज. बिहार विधानसभा के दो सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. इसको लेकर सभी पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं. चुनाव प्रचार के दौरान राजद और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह शुक्रवार को गोपालगंज पहुंचे थे. इस दौरान बीजेपी पर हमला बोले. वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद रविशंकर ने संवाददाताओं से कहा कि जातिवाद और परिवारवाद के भरोसे सरकार चल रही है.

प्रधानमंत्री मंदिरों के पीछे भाग रहे हैं-  ललन सिंह

गोपालगंज के उचकागांव प्रखंड के ब्रह्ममाइन गांव में शुक्रवार आयोजित चुनावी सभा में ललन सिंह केंद्र सरकार व भाजपा पर हमलावर दिखे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री महंगाई और बेरोजगारी खत्म करने पर कोई चर्चा नहीं करते हैं और मंदिरों के पीछे भाग रहे हैं. ललन सिंह ने कहा कि बिहार की कई योजनाओं को बाद में केंद्र ने लागू किया. अब भाजपा के नेता उन्हें अपनी योजना बता रहे हैं. केंद्र की उज्ज्वला योजना की चर्चा करते हुए कहा कि गरीब महिलाएं 1400 रुपये में गैस भरा नहीं पा रहीं. ऐसे में सिलिंडर ढनढ़ना रहे हैं. किसान महंगाई, युवा बेरोजगारी से परेशान हैं. गोपालगंज का यह चुनाव पूरे देश को नया संदेश देगा.

जातिवाद और परिवारवाद के भरोसे सरकार- रविशंकर प्रसाद

वहीं, बीजेपी भी लगातार राजद पर हमला बोल रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद रविशंकर ने संवाददाताओं से कहा कि जो जातिवाद और परिवारवाद के भरोसे सरकार चला रहे हैं, वे विकास की बात करें तो सुनने में अटपटा-सा लगता है. बिहार में खौफ बढ़ता जा रहा है. यहां व्यवसायी पूंजी निवेश करने के बजाय अपना व्यापार समेटने के लिए बेचैन हैं. बिहार पीएफआइ का गढ़ बनता जा रहा है. बैन पर नीतीश बाबू खामोश हैं. बीजेपी बिहार को राष्ट्र की सुरक्षा के लिए चिंता का कारण नहीं बनने देगी. इस मुद्दे को हम चुनाव प्रचार में उठायेंगे. बता दें कि आगामी 3 नवंबर को मतदान होना है.

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