गोपालगंज में भाई की पत्नी पर हुआ डायन होने का शक तो मार दी गोली, हालत गंभीर
गोली लगने के बाद घायल महिला को इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान में जुटी हुई है.
गोपालगंज. मांझागढ़ थाने के छितौनी गांव में डायन बताकर एक व्यक्ति ने अपने भाई की पत्नी को गोली मार दी है. गोली लगने के बाद घायल महिला को इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान में जुटी हुई है.
दो साल पहले बेटा हुआ था गायब
जिस महिला को गोली मारी गयी है उसका आरोप है कि पहले भी उस पर जानलेवा हमला किया जा चुका है. महिला के जेठ संजय साह पर गोली मारने का आरोप लगा है. दरअसल छितौनी गांव के रहने वाले संजय साह का बेटा 2 साल पहले घर से गायब हो गया था. इसके बाद पड़ोसी राजू साह की पत्नी सीमा देवी पर डायन होने का आरोप लगाया गया था और उसके साथ मारपीट भी की गई थी.
इलाज के लिए गोरखपुर रेफर
बताया जा रहा है कि आज संजय साह होली खेलने के बाद सीमा देवी के घर पहुंचा और उसे अचानक से गोली मार दी. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी संजय मौके से फरार हो गया. किसी तरह आसपास के लोगों की मदद से महिला को अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया. पुलिस इस पूरे घटना के बाद महिला का बयान लेने के लिए गोरखपुर निकली है. सदर एसडीपीओ संजय कुमार के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है और जल्द ही आरोपी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
झारखंड सबसे आगे
भारत के ग्रामीण इलाकों में डायन-बिसाही (अंधविश्वास) बहुत बड़ी समस्या है. महिलाओं को डायन बताकर उनके खिलाफ हिंसा के मामले सबसे अधिक बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में देखने को मिलते हैं. अपराध अनुसंधान विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2015 में डायन बताकर 46 महिलाओं की हत्या हुई. साल 2016 में 39, 2017 में 42, 2018 में 25, 2019 में 27 और 2020 में 28 हत्याएं हुईं. डायन बताकर प्रताड़ित करने के मामलों की बात करें 2015 से लेकर 2020 तक कुल 4556 मामले पुलिस में दर्ज किए गए. यानी हर रोज दो से तीन मामले पुलिस के पास पहुंचते हैं.