गोपालगंज. इन दिनों शहर में बिना नक्शा पास कराये मकान का निर्माण जारी है. बिना नक्शा और आदेश के एक दर्जन से अधिक मकानों के निर्माण का कार्य शहर में चल रहा है. ऐसे में एक ओर जहां बिल्डिंग बाइलॉज के मानक की अनदेखी हो रही है, वहीं सरकार के राजस्व की भी क्षति हो रही है. बिना नप के आदेश मकान निर्माण का कार्य अधिकतर लोग मजबूरी में कर रहे हैं. इस प्रकार का निर्माण कराने वाले अधिकांश: वे लोग हैं जो पुराना मकान तोड़कर नया निर्माण कर रहे हैं. मकान निर्माण करा रहे लोगों का कहना है कि दो माह से नगर पर्षद का चक्कर काट रहे हैं. ऑनलाइन नक्शा पास करने का काम बंद है. पुराना घर रहने के लायक नहीं था. कितना दिन इंतजार किया जाये. जब नक्शा पास होने लगेगा, तब करा लिया जायेगा. इन लोगों की भी मजबूरी है. आखिर ये करें तो क्या?
नगर पर्षद में 26 जून से नक्शा पास करने का काम बंद है. जानकारी के अनुसार शहर के 84 लोगों को नक्शा पास कराने का इंतजार है. इसमें से 31 वे लोग हैं, जो ऑनलाइन कर चुके थे. इनकी बारे आने से पहले ही सॉफ्टवेयर ने काम करना बंद कर दिया. इन लोगों का नक्शा लंबित है. इसके अलावा 54 से अधिक लोग नक्शा पास कराने के लिए ऑनलाइन का इंतजार कर रहे हैं. आंकड़ों पर नजर डालें, तो प्रति माह 15 से 20 नये मकान का नक्शा नप से पास होता था. इससे नप का मासिक औसतन चार लाख की आय होती थी, जो बंद है.
इओ संदीप कुमार ने कहा है कि बिना नक्शा पास कराये मकान का निर्माण गलत है. पुराने आवेदकों के लिए फिलहाल ऑफलाइन नक्शा पास कराने की व्यवस्था कर दी गयी है. जो लोग पूर्व से ही नक्शा बनवा चुके हैं, उनका ऑफलाइन नक्शा पास होगा. ऐसे लोग कार्यालय में संपर्क करें.