Airport in Bihar: बिहार में दरभंगा एयरपोर्ट के बाद गोपालगंज में जल्द ही एक विमान सेवा शुरू हो जाएगी. एयरपोर्ट को चालू करने के लिए तेजी से काम किये जा रहे हैं. दरअसल, गोपालगंज जिला स्थित सबेया एयरपोर्ट केंद सरकार की उड़ान योजना की सूची में है. अब एयरपोर्ट को शुरू कराने की दिशा में तेजी से काम किये जा रहे हैं. यहां पर बीते दो सप्ताह से रक्षा मंत्रालय की टीम जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सर्वा का काम कर रही है.
एयरपोर्ट को जल्द से जल्द शुरू कराने के लिए तेजी से सर्वे का काम किया जा रहा है. सर्वे का काम पूरा होने के बाद एयरपोर्ट की जमीन की बाउंड्री कराई जाएगी. इसके बाद केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत विश्वस्तरीय रनवे तैयार किया जाएगा. इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि सबेया एयरपोर्ट लगभग 700 एकड़ में फैला हुआ है.
फिलहाल जगह-जगह पर एयरपोर्ट की जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है. रक्षा मंत्रालय और राजस्व विभाग की टीम जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों की देखरेख में एयरपोर्ट की जमीन का सर्वे कर रहे हैं. डीएम ने बताया कि जमीन सर्वे का काम पूरा होने के बाद जमीन को रक्षा मंत्रालय को सौंप दिया जाएगा. जिसके बाद एयरपोर्ट का शुरू कराने की दिशा में आगे का काम किया जा सकेगा.
बता दें कि सबेया एयरपोर्ट को शुरू कराने की दिशा में गोपालगंज के सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने लोकसभा में कई बार मांग उठायी थी. हाल ही में सांसद ने रक्षा मंत्री से मुलाकात भी की थी. जिसके बाद अब इस दिशा में तेजी से काम किये जा रहे हैं. इस संबंध में सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने बताया कि रक्षा मंत्री की पहल पर बीते चार जनवरी से मंत्रालय की टीम गोपालगंज में जिला प्रशासन के साथ मिलकर जमीन सर्वे का काम कर रही है. उन्होंने जल्द ही एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू होने की आशा व्यक्त की.
जानकारी के मुताबिक बिहार के सीवान जिले के बाद गोपालगंज में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा की आवक है. एक रिपोर्ट के मुताबिक गोपालगंज और सीवान के करीब डेढ़ लाख से अधिक लोग विदेशों में रह रहे हैं. इनमें से खाड़ी देशों जैसे ओमान, मस्कट, सउदी, ईरान, बहरीन, दुबई जाते हैं. इस वजह से यहां विदेशी मुद्रा की आवक होती है.
सबेया एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू होने के बाद यहां लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा. इसके अलावे देश में विदेशी मुद्रा की आवक भी बढ़ेगी. इन सब के अलावे केंद्र और बिहार सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा. बता दें कि सबेया एयरपोर्ट से गोरखपुर एयरफोर्स का यूनिट 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसी वजह से केंद्र सरकार ने इस एयरपोर्ट को उड़ान योजना में शामिल किया है.
बता दें कि सबेया एयरपोर्ट का इतिहास काफी पुराना है. गुलामी के दिनों में अंग्रेजों ने 1868 में सबेया मं 700 एकड़ में खास रणनीति के तहत हवाई अड्डे का निर्माण करवाया था. यह एयरपोर्ट चीन से काफी नजदीक है. ऐसे में सबेया एयरपोर्ट रक्षा के हिसाब से भी काफी अहम और संवेदनशील था. आजादी के बाद भारत सरकार ने इस एयरपोर्ट को ओवरटेक तो किया, लेकिन इसे उपेक्षित छोड़ दिया गया. आज एयरपोर्ट के नाम पर सबेया में महज चंद एकड़ में फैला एक जमीन का टुकड़ा है. जिस पर दर्जनों लोगों ने अवैध तरीके से अतिक्रमण कर लिया है