कोरोना का खौफ: 31 मार्च तक हवाई टिकट रद्द करने पर पूरा पैसा होगा वापस
कोरोना वायरस का खौफ पूरे विश्व में फैल चुका है. कोरोना वायरस के कारण 31 मार्च तक हवाई टिकट रद्द करने पर अब यात्रियों को पूरा पैसा वापस मिलेगा
पटना: कोरोना वायरस का खौफ पूरे विश्व में फैल चुका है. कोरोना वायरस के कारण 31 मार्च तक हवाई टिकट रद्द करने पर अब यात्रियों को पूरा पैसा वापस मिलेगा. लेकिन इसके लिए उन्हें यात्रा तिथि से तीन दिन पहले अपना टिकट रद्द कराना होगा. साथ ही एयरलाइंस ने यात्रियों को अपना टिकट अवधि विस्तार करने के लिए अब 31 जुलाई तक का समय दिया है. इस दौरान यात्रा अवधि बदलने पर टिकट मूल्य का पूरा पैसा अगले तिथि को लिये जाने वाले टिकट के मूल्य में समायोजित होगा. केवल बढ़े हुए मूल्य (दोनों के अंतर की राशि) को हवाई यात्री को चुकाना पड़ेगा. ये छूट कोरोना के प्रकोप को देखते हुए डीजीसीए के निर्देश पर एयरलाइंस ने दिये हैं.
लगेज एक्सरे मशीन खराब होने से लग रही लंबी लाइन
पटना एयरपोर्ट पर पिछले दो दिनों से एक लगेज एक्सरे मशीन खराब है. इसके कारण लगेज चेकिंग के लिए लंबी लाइन लग रही है और इस दौरान एक दूसरे के बेहद पास पास होने से यात्रियों में एक दूसरे से संक्रमण की आशंका भी बढ़ गयी है. शनिवार को कुछ यात्री इसके विरोध में आक्रोश भी प्रकट करते दिखे. विदित हो कि पटना एयरपोर्ट से हर दिन पांच-छह हजार हवाई यात्री अन्य महानगरों को जाते हैं. उनके समान की जांच के लिए यहां तीन लगेज एक्सरे मशीन है, लेकिन उनमें से एक के खराब होने से बाकी दो पर लोड बढ़ गया है, जिससे लाइन लंबी लग रही है.
दुबई से पटना एम्स में पहुंचा गोपालगंज का युवक
दुबई से पटना एम्स लाया गया युवक को कोरोना की आशंका के मद्देनजर जांच के लिए भर्ती कर लिया गया है. एम्स के चिकित्सकों के मुताबिक युवक की जांच रिपोर्ट को पटना के आरएमआरआइ भेजा गया है. जांच रिपोर्ट रविवार को आयेगा उसके बाद ही स्पष्ट हो पायेगा की उसे कोरोना है या नहीं. मिली जानकारी के अनुसार दुबई में बीमार पड़े गोपालगंज निवासी 21 वर्षीय राकेश गिरी को एयर एम्बुलेंस से पहले कोलकाता और फिर वहां से पटना लाया गया.
कोरोना होने की आशंका को देखते हुए गिरी को पहले पारस अस्पताल और फिर वहां से शनिवार को पटना एम्स में भर्ती कराया गया है. पटना एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग हेड डॉ. संजीव सिंह ने बताया कि यह युवक दुबई में काम करने के दौरान बीमार पड़ गया था. राकेश के हाथ व पैर में नस रोग सहित अन्य तरह की शिकायतें हैं, जिसकी गहन जांच की जा रही है. एम्स के अधीक्षक डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि गिरी दुबई में फिटर का काम करता था, जो वहीं बीमार हुआ है. बीमार होने पर दुबई से भारत भेजा गया, जिसके बाद परिजनों ने एम्स में इलाज कराने लेकर आये हैं.